लाइव न्यूज़ :

एम वेंकैया नायडू का बयान, कहा- वह कभी नहीं बनना चाहते थे उपराष्ट्रपति, नानाजी देशमुख के रास्ते पर चलने का था मन

By भाषा | Published: August 11, 2019 8:37 PM

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा, ‘‘ पार्टी की संसदीय दल की बैठक के बाद अमित भाई (भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह) ने कहा कि पार्टी में सभी का मानना है कि मैं सबसे उपयुक्त व्यक्ति रहूंगा।

Open in App
ठळक मुद्देउपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि वह कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे, बल्कि भारतीय जनसंघ के नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत नानाजी देशमुख के पदचिह्नों पर चलते हुए रचनात्मक कार्य करना चाहते थे।नायडू ने उपराष्ट्रपति के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल पर आधारित अपनी पुस्तक ‘लिस्निंग, लर्निंग एंड लीडिंग’ के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘ मेरे प्रिय मित्रों, मैं आपसे सच कहूं तो मैं कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहता था।’’

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि वह कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे, बल्कि भारतीय जनसंघ के नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत नानाजी देशमुख के पदचिह्नों पर चलते हुए रचनात्मक कार्य करना चाहते थे। नायडू ने उपराष्ट्रपति के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल पर आधारित अपनी पुस्तक ‘लिस्निंग, लर्निंग एंड लीडिंग’ के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘ मेरे प्रिय मित्रों, मैं आपसे सच कहूं तो मैं कभी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहता था।’’

उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी इच्छा प्रकट की थी कि उनके दूसरे कार्यकाल में वह सरकार से हटना चाहते हैं, नानाजी देशमुख के पदचिह्नों पर चलना चाहते हैं और रचनात्मक कार्य करना चाहते हैं।

नायडू ने कहा, ‘‘ मैं उसके लिए योजना बना रहा था... मुझे खुशी थी कि मैं वह करूंगा... लेकिन वह नहीं हो पाया।’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने उपराष्ट्रपति पद के लिए कुछ नाम भी सुझाये थे। नायडू ने कहा, ‘‘ पार्टी की संसदीय दल की बैठक के बाद अमित भाई (भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह) ने कहा कि पार्टी में सभी का मानना है कि मैं सबसे उपयुक्त व्यक्ति रहूंगा। मैंने कभी उसकी उम्मीद नहीं की थी। मेरी आंखों में आंसू थे, इसलिए नहीं कि मेरा मंत्री पद जा रहा था जिसे तो मैं कहीं न कहीं छोड़ने ही जा रहा था।’’

उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने सिर्फ इस वजह से अपनी संवेदना पर काबू पाया कि अगले दिन से वह भाजपा कार्यालय नहीं जा पायेंगे या पार्टी कार्यकर्ताओं से नहीं मिल पायेंगे। उन्होंने कहा कि वह आंदोलन (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के भविष्य को लेकर चिंतित थे, जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गये थे।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत कम उम्र में इस आंदोलन से जुड़ा और पार्टी ने प्रधानमंत्री के पद को छोड़ कर सब कुछ दिया, वैसे भी मैं इस पद के लिए उपयुक्त नहीं था। मैं अपनी क्षमताओं और काबलियत को जानता हूं।’’ 

टॅग्स :एम नागेश्वर राव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपूर्व CBI निदेशक एम नागेश्वर राव पर दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाया 10 हजार का जुर्माना, ट्विटर अकाउंट को लेकर दायर की थी याचिका

भारतCBI के नए डायरेक्टर की नियुक्ति पर 21 जनवरी को फैसला, खड़गे की सिफारिश पर बैठक

भारतCBI के निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे एम नागेश्वर राव होंगे सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक

भारतRSS और इस BJP नेता के बेहद करीबी माने जाते हैं CBI के नये बॉस नागेश्वर राव, कई हिन्दू संगठनों से है नाता?

भारत अधिक खबरें

भारतबलात्कार पीड़िता को प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया, महिला आयोग ने किया चौंकाने वाला दावा

भारतBengaluru Traffic Advisory: नागवाड़ा फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड बंद, 10 मई से चेक रूट डायवर्जन

भारतUttar Pradesh Lok Sabha Election 2024 Phase 4: 13 मई को 13 सीट पर मतदान, भाजपा पर पुराना प्रदर्शन दोहराने का दबाव!, नए खिलाड़ी को अखिलेश ने उतारा...

भारतPawan Singh Karakat Lok Sabha seat: पवन सिंह ने भरा पर्चा, खेल बिगाड़ने अक्षरा सिंह आएंगी मैदान में!, आखिर क्या है माजरा

भारतLok Sabha Elections 2024: पहले तीन चरणों के मतदान ने पीएम मोदी को बेचैन किया, शरद पवार ने कहा- भाषणों में खुलेआम मुस्लिम समुदाय का कर रहे जिक्र