Tanzanian President Samia Suluhu Hassan in Delhi 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन के साथ बैठक की। पीएम ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में तंजानिया के राष्ट्रपति से मुलाकात की। इससे पहले, राष्ट्रपति सामिया सुलुहु हसन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। विशेष रूप से, राष्ट्रपति सामिया हसन भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं, जो 08 अक्टूबर को शुरू हुई थी। हसन को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
शिक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जेएनयू तंजानिया की पहली महिला राष्ट्रपति को भारत-तंजानिया के बीच संबंधों को मजबूती देने, आर्थिक कूटनीति को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय एकीकरण तथा बहुपक्षवाद में सफलता हासिल करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।’’
मोदी और तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों ने सोमवार को अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने की घोषणा की और रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पंचवर्षीय रूपरेखा पर सहमति जताने के साथ कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किये।
वार्ता के बाद मीडिया को दिए बयान में मोदी ने कहा कि भारत और तंजानिया स्थानीय मुद्राओं में व्यापार बढ़ाने के लिए समझौते पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने तंजानिया को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मूल्यवान सहयोगी करार दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि तंजानिया में ‘यूपीआई’ की सफलता का लाभ उठाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं और दोनों पक्ष आर्थिक सहयोग की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए नये अवसर तलाशते रहेंगे। इससे पहले, राष्ट्रपति हसन का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया गया।
वह चार दिवसीय भारत यात्रा पर रविवार को यहां पहुंचीं। मोदी ने राष्ट्रपति हसन की मौजूदगी में कहा, ‘‘आज भारत और तंजानिया के बीच रिश्तों में ऐतिहासिक दिन है। आज, हम अपनी सदियों पुरानी मित्रता को रणनीतिक भागीदारी में बांध रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज की बैठक में हमने कई नई पहल चिह्नित कीं, इस भावी रणनीतिक साझेदारी की आधारशिला रखी।
भारत और तंजानिया आपसी व्यापार और निवेश के लिए एक-दूसरे के महत्वपूर्ण साझेदार हैं।’’ दोनों देशों ने डिजिटल क्षेत्र, संस्कृति, खेल, समुद्री उद्योग और वाणिज्यिक जहाजों की गतिविधि एवं पहचान पर पूर्व सूचना साझा करने के क्षेत्र में सहयोग मुहैया कराने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत-तंजानिया के एक संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों पक्षों ने उस रणनीतिक साझेदारी का संज्ञान लिया है जिससे दोनों देशों को समुद्री सुरक्षा, रक्षा सहयोग, विकास साझेदारी, व्यापार तथा निवेश समेत अनेक मुद्दों पर संयुक्त रूप से काम करने में मदद मिलेगी।
इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर गौर किया कि आरबीआई ने स्थानीय मुद्राओं -भारतीय रुपया और तंजानियाई शिलिंग का इस्तेमाल कर व्यापार करने की मंजूरी दे दी है। मोदी ने कहा, ‘‘जी20 में अफ्रीकी संघ के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल होने के बाद, पहली बार हमें किसी अफ्रीकी राष्ट्र प्रमुख का भारत में स्वागत करने का अवसर मिला।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘रक्षा के क्षेत्र में हम पंचवर्षीय रूपरेखा पर सहमत हो गए हैं। इससे सैन्य प्रशिक्षण, समुद्री क्षेत्र और रक्षा उद्योग जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नए आयाम मिलेंगे।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत और तंजानिया इस बात पर ‘‘एकमत’’ हैं कि आतंकवाद ‘‘मानवता के लिए सबसे गंभीर सुरक्षा खतरा है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में परस्पर सहयोग बढ़ाने का फैसला भी किया है।’’ प्रधानमंत्री ने तंजानिया को अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा और सबसे करीबी विकास साझेदार करार देते हुए कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में भी भारत और तंजानिया के बीच करीबी सहयोग रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में तेजी से बदल रहे स्वच्छ ऊर्जा परिदृश्य को देखते हुए हमने इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि तंजानिया ने भारत द्वारा जी20 सम्मेलन में शुरू किये गये ‘वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन’ से जुड़ने का निर्णय लिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही तंजानिया द्वारा ‘इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस’ से जुड़ने के निर्णय से हम इस प्रजाति के पशुओं के संरक्षण के लिए वैश्विक प्रयासों को सशक्त कर सकेंगे।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हिंद महासागर से जुड़े हुए देशों के रूप में हमने समुद्री सुरक्षा, समुद्री लूटपाट, मादक पदार्थ तस्करी जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए आपसी समन्वय बढ़ाने पर बल दिया।’’ बयान के अनुसार, भारत और तंजानिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दोनों श्रेणी की सदस्यता में विस्तार करके इसके सुधार की जरूरत पर सहमत हुए।