नई दिल्ली: देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में अपनी मजबूत दखल रखने वाले दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एक बार फिर हिंसा की खबरें आ रही हैं। जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी कैंपस में गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात छात्रों के दो समूहों के बीच जमकर झड़प हुई है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार छात्रों की हिंसा के इस तांडव में कम से कम तीन छात्र बुरी तरह से जख्मी हुए हैं, जिनका इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि छात्रों के दो गुटों के बीच यह संघर्ष स्कूल ऑफ लैंग्वेज में आयोजित एक आम सभा की बैठक के दौरान हुआ।
प्रत्यत्क्षदर्शियों के अनुसार पूरी रात छात्रों का गुटों एक-दूसरे पर लाठियों से हमला करता रहा। इस दौरान किसी छात्र ने घटना का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना के संबंध में वामपंथी छात्रों ने एबीवीपी छात्र विंग पर बैठक के बीच हंगामा करने का आरोप लगाया है, वहीं एबीवीपी के छात्रों ने आरोप लगाया है कि यह घटना परिसर में "नक्सली हमले" जैसी थी।
छात्रों के बीच हो रही हिंसा के बीच मौजूद यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों ने कई बार बीच-बचाव करने का प्रयास किया और हिंसा के शिकार छात्रों को आक्रामक माहौल से दूर करने का प्रयास किया।
वामपंथी छात्रों का आरोप है कि जेएनयू प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों ने एबीवीपी समर्थकों को पूरे परिसर पर कब्ज़ा करने की अनुमति दे दी है। छात्रों ने कथिततौर पर दावा है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा एबीवीपी छात्रों को जब भी और जहां भी वे चाहें हिंसा में शामिल होने की अनुमति दी गई है। यही कारण है कि वो जीबीएम के दौरान, कक्षाओं में या हॉस्टल में, कहीं भी हिंसा करते रहते हैं।
बताया जा रहा है कि एबीवीपी और वामपंथी छात्र समूहों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि फिलहाल वो घटना की जांच कर रहे हैं। इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं हो सकी है।