Health Tips in Hindi: अकसर ऐसा देखा जाता है कि लोग ताला बंद करने के बाद कई बार उसे चेक करते है कि कहीं ताला खुला तो नहीं न रह गया है। या फिर वे यह भी देखते है कि कहीं ताला लगा है कि नहीं लगा है। यही नहीं लोग गैस और खिड़की को भी लेकर यही सोचते है कि कहीं ये खुले तो नहीं है ना।
ऐसे लोगों के लिए यह रोज की बात है और वे इस पर ध्यान भी नहीं देते है, लेकिन यह गंभीर मानसिक बीमारी जिसकी लोगों को चिंता करनी चाहिए। इस बीमारी को ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) कहते है जिसमें लोगों को बार-बार एक ही विचार या भावनाओं को महसूस करने (ऑब्सेशन) और बार-बार एक ही क्रिया को दोहराने (कंपल्शन) का मन करता है।
क्या है ओसीडी और इसके लक्षण
ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) एक मानसिक बीमारी है जिसमें लोगों को यह लगता है कि वह एक काम को सही से नहीं किए और वे इसे बार बार करने को चाहते है। ओसीडी से पीड़ित लोग अक्सर अपने विचारों या भावनाओं को नियंत्रित करने में असमर्थ महसूस करते हैं और वे कंपल्शन को करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं, भले ही वे जानते हों कि वो जो कर रहे है उसका कोई मतलब नहीं है।
ओसीडी के कुछ सामान्य लक्षण जिन्हें जानना काफी जरूरी है-
लोगों को ताला लगाने या गैस बंद करने के बाद बार-बार उसे सही से होने के लिए चेक करनाहाथ धोने की बार-बार आदत भी इसके लक्षण में शामिल हैयही नहीं चीजों को एक निश्चित तरीके से व्यवस्थित करने की आवश्यकता भी इसमें शामिल हैअशुद्धता या बीमारी के बारे में चिंता करना और इसके बारे में सोचनाहिंसा या यौन भावनाओं के बारे में सोचना और इसे लेकर चिंता भी करनामृत्यु या बीमारी के बारे में चिंता करना, आदि
क्या है ओसीडी का इलाज
आपको बता दें कि ओसीडी का कोई इलाज नहीं है और ये लाइलाज बीमारी है। जानकार मानते है कि इसके लक्षणों को काबू कर इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जानकारों की अगर माने तो यदि आप ओसीडी के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो कृपया एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करें। ओसीडी एक गंभीर बीमारी हो सकती है, लेकिन उपचार से आप एक स्वस्थ और उत्पादक जीवन जी सकते हैं।
ओसीडी के जोखिम को कम करने के कुछ उपाय
ओसीडी के जोखिम को कम करने के लिए आप स्वस्थ आहार लेंयही नहीं आप नियमित रूप से एक्सरसाइज भी करेंइसके अलावा आप पर्याप्त नींद भी लेंतनाव और टेंशन से खुद को दूर रखेंइन सब के अलावा मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से नियमित रूप से जांच भी करवाते रहें
(Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इस आलेख में बताए गए तरीकों, सुझावों और विधियों का उपयोग करने से पहले कृपया एक चिकित्सक या संबंधित विशेषज्ञ से जरूर सलाह ले लें।)