Danapur-Lokmanya Tilak Special Train: बिहार में दानापुर से खुलकर लोकमान्य तिलक जाने होली स्पेशल ट्रेन बर्निंग ट्रेन बन गई, लेकिन इससे कोई हताहत नहीं हुआ। दरअसल, एसी कोच में आधी रात को भीषण आग लग गई। यह हादसा आरा-बक्सर रेलवे स्टेशन के बीच हुई। ट्रेन में आग देखकर यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन रोकी। आग इतनी भीषण थी कि जान बचाने के लिए यात्री ट्रेन से कूद-कूदकर भागने लगे। जिसे जहां से मौका मिला, वहीं से ट्रेन से नीचे कूदने लगा। गनीमत रही कि दूसरी लाइन से कोई ट्रेन नहीं आई, वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं, जब ट्रेन में आग लगने की सूचना पर यात्री नीचे कूदे और दूसरी लाइन पर आ रही ट्रेन की चपेट में आ गए थे। बताया जाता है कि दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत दानापुर से लोकमान्य तिलक जाने वाली स्पेशल ट्रेन 01410 आरा जंक्शन से खुलकर जैसे ही ट्रेन कारीसाथ स्टेशन पहुंची, उसके एक एसी बोगी में आग लग गई।
कारीसाथ स्टेशन प्रबंधक की सक्रियता से कोई जानमाल की हानि नहीं हुई और बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन में सवार रेल यात्रियों ने बताया कि ट्रेन रात को 12:00 के लगभग आरा स्टेशन से आगे निकली थी। इस दौरान ट्रेन में धुआं आने लगा। जब देखा गया तो ट्रेन में आग लग गई थी किसी तरह ट्रेन को चेन पुलिंग कर रेलयात्री उतरकर भागने लगे।
इस घटना के बाद अप रेलवे लाइन के ओएचई में बिजली की सप्लाई रोक दी गई थी। एक ऐसी 3 कोच में चिंगारी होने का एहसास होने का अनुमान पर उसे ट्रेन को रोक दिया गया। होली के दिन ट्रेन खुली थी, इसलिए ज्यादा यात्री नहीं थे। सभी को तुरंत दूसरी बोगी मे शिफ्ट किया गया। तबतक एसी कोच पूरी तरह जल राख गई।
बक्सर स्टेशन पर सुबह से खड़ी स्पेशल ट्रेन और क्षतिग्रस्त डिब्बे को घटना वाले स्टेशनों पर काट कर निकाला गया। इसके बाद अप लाइन में करीब तीन घंटे, तो डाउन लाइन में करीब 6 घंटे के बाद परिचालन बहाल किया जा सका। करीब 5 बजे सभी ट्रेनों का परिचालन बहाल कर दिया गया।
इधर, भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्राथमिक अनुसंधान में यात्रियों से पूछताछ में पता चला है कि ट्रेन के अंदर एसी बोगी में किसी शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई थी। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। भोजपुर पुलिस लगातार रेलवे पुलिस और रेलवे विभाग के संपर्क में है।
प्राथमिक जांच में पता चला है कि अंदरूनी शॉर्ट सर्किट से ही घटना घटित हुई है। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। शायद होली पर्व के कारण कोई रिजर्वेशन किसी पब्लिक द्वारा नहीं किया गया था। जिससे किसी प्रकार की बड़ी अनहोनी की घटना नहीं घटी।