Bengaluru Rameshwaram Cafe blast case:बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया गया। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले मार्च में बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है। मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "तीर्थहल्ली के बीजेपी नेता साईप्रसाद को रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हिरासत में ले लिया है।"
उन्होंने लिखा, "क्या इसका मतलब यह नहीं है कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में बीजेपी का हाथ है क्योंकि बीजेपी नेता को एनआईए ने हिरासत में ले लिया है? क्या आपको इससे अधिक कोई सबूत चाहिए कि भाजपा राज्य में धर्मरक्षा के नाम पर जो भगवा आतंकवाद चला रही है, वह गंभीर समस्याएँ पैदा कर रहा है?"
उन्होंने आगे लिखा, "देश पर आरएसएस की विचारधारा थोप रही केंद्रीय बीजेपी का इस पर क्या कहना है? राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विचार किए बिना कांग्रेस सरकार पर रामेश्वरम बम विस्फोट मामले का आरोप लगाने वाले राज्य भाजपा नेताओं को अब जवाब देना चाहिए।"
वहीं एनआईए ने अपने बयान में कहा है कि बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड पर 1 मार्च को हुए रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच के हिस्से के रूप में, एनआईए ने आईईडी विस्फोट को अंजाम देने वाले आरोपी व्यक्ति की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा के रूप में की है, जो दोनों शिवमोग्गा जिले में तीर्थहल्ली के निवासी हैं।
13 मार्च को रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की कमान संभालने वाली एनआईए ने पहले मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था, जिसे विस्फोट का मुख्य मास्टरमाइंड माना जाता है। शरीफ की गिरफ्तारी कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में छापेमारी के बाद हुई। मुख्य संदिग्ध मुसाविर शाज़ीब हुसैन और सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, 1 मार्च को बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में आईटीपीएल रोड पर भोजनालय में विस्फोट में आईईडी शामिल था, जिससे ग्राहक और कर्मचारी घायल हो गए और प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचा।