Elvish Yadav Case: बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर और मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव जबसे जेल गए उनके माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। सांप के जहर तस्करी करने के केस में नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को रविवार को गिरफ्तार किया जिसके बाद उन्हें कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बेटे के जेल जाने के बाद से एल्विश के माता-पिता काफी परेशान है और नए-नए खुलासे आए दिन किए जा रहे हैं। हाल ही में एल्विश यादव के पिता राम अवतार और माता सुषमा यादव एक टीवी चैनल के शो में पहुंचे। जहां उन्होंने अपने बेटे के पक्ष में कई चीजों को लेकर खुलासा किया।
एल्विश के माता-पिता ने कहा कि उनके बेटे की गिरफ्तारी से वह टूट गए हैं। उनकी मां सुषमा यादव ने कहा, “हमने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया है। चारों तरफ बेटे ने सिर ऊंचा किया है, बिग बॉस के समय लोगों ने ऐसे ही प्यार नहीं दिया कुछ देखा तभी सपोर्ट किया।" उन्होंने कहा कि लोग उसे सम्मान देते हैं गर्व की बात है। हमारे बेटे को किसी और की गलती की सजा दी जा रही है वह निर्दोष है।
इस बीच, एल्विश के पिता राम अवतार यादव ने कहा, "उनके बेटे पर आरोप लगाया गया है कि वह सांप का जहर खाता है, ये कैसे हो सकता है कोई सांप का जहर खाकर बताए कुछ नहीं होता क्या? मेरा बेटे का किसी मामले में हाथ नहीं है उसका इससे लेना देना नहीं है वह निर्दोष है। उन्हें किसी और ने फंसाया है। यह फेक है।"
सुषमा यादव का कहना है कि उनके बेटे ने सिर ऊंचा किया है लेकिन कुछ लोग है जो ऐसा होते देख जल रहे हैं इसलिए वह चाहते हैं कि इनका सिर कैसे नीचा किया जाए।
बता दें कि नोएडा पुलिस ने मामले की जांच में अन्य आरोपियों पर भी अपना शिकंजा कसा है। पुलिस के मुताबिक, एल्विश द्वारा रेव पार्टियों में सांप के जहर की आपूर्ति करने के पीछे के का मकसद पैसा था और एल्विश ने कथित तौर पर 'अपने प्रशंसक आधार को बढ़ाने' के लिए और जाहिर तौर पर यह दिखाने के लिए सांप के जहर की आपूर्ति की कि उसे स्वैग मिल गया है।
नई रिपोर्ट सोमवार को एक पुलिस सूत्र द्वारा किए गए दावों का भी खंडन करती है जिसमें आरोप लगाया गया है कि एल्विश ने अपने अपराध कबूल कर लिए हैं। एक पुलिस सूत्र ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “पूछताछ के दौरान, यादव ने अपराध स्वीकार नहीं किया… लेकिन हमारे पास बहुत सारे सबूत हैं। उनके लिए, यह बयान देना था कि उनके पास 'स्वैग' या 'भौकाल' है। वह अपने प्रशंसकों के बीच एक ऐसे व्यक्ति की छवि बनाना चाहते थे जो कानून-प्रवर्तन एजेंसियों से पूरी तरह से डरता नहीं है और जो चाहे वह कर सकता है।''