दिल्ली के रामलीला मैदान में सात साल बाद अन्ना हजारे फिर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। पिछली बार लोकपाल के मुद्दे पर सरकार से आश्वासन लेकर लौटे अन्ना हजारे इस बार आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। पिछले पांच सालों में उन्होंने केंद्र सरकार को 43 पत्र लिखे लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ। इसबार उन्होंने ठोस कार्यवाही के बाद ही अनशन तोड़ने की ठानी है। अन्ना हजारे ने लोकमत न्यूज के योगेश सोमकुँवर और वकार अहमद से कई मुद्दों पर विस्तार से बात की।