Bengaluru Water Crisis: जल संकट से हाहाकार!, बेंगलुरु में हैजा का प्रकोप, 50% की वृद्धि, देखें रिपोर्ट
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 4, 2024 05:47 PM2024-04-04T17:47:14+5:302024-04-04T18:14:12+5:30
Bengaluru Water Crisis: स्पर्श अस्पताल बेंगलुरु के सलाहकार मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट श्रीहरि डी ने कहा कि शहर में हाल के दिनों में हैजा के मामलों में 50% की वृद्धि दर्ज की गई है।
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Bengaluru Water Crisis: कर्नाटक के बेंगलुरु पर संकट साया हुआ है। लोग कई माह से पानी को लेकर परेशान हैं। इस बीच बेंगलुरु पर एक और आफत आ गई है। जल संकट के बीच बेंगलुरु एक और संकट का सामना कर रहा है। शहर बड़े पैमाने पर हैजा के प्रकोप की चपेट में है। मल्लेश्वरम क्षेत्र में एक पुष्ट मामला सामने आया है और उसी इलाके में दो अन्य संदिग्ध मामलों के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। स्पर्श अस्पताल बेंगलुरु के सलाहकार मेडिकल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट श्रीहरि डी ने कहा कि शहर में हाल के दिनों में हैजा के मामलों में 50% की वृद्धि दर्ज की गई है, औसतन प्रति दिन कम से कम 20 मामले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि खराब स्वच्छता और दूषित जल स्रोत शहर में हैजा के मामलों में वृद्धि का प्राथमिक कारण हैं।
अस्पताल में 50 प्रतिशत बढ़े मरीजः
अस्पतालों में मामलों में 50% की वृद्धि देखी गई है। शहर के कई निजी अस्पतालों में आमतौर पर प्रति माह हैजा के केवल एक या दो मामले सामने आते हैं, लेकिन मार्च के दौरान एक पखवाड़े से भी कम समय में छह या सात मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि वृद्धि का कारण छोटे स्तर के भोजनालयों से भोजन करने के बाद संक्रमण का शिकार होने वाले व्यक्तियों को बताते हैं।
पानी की भारी कमीः
प्रतिष्ठानों ने पानी की गुणवत्ता से समझौता कर लिया। जिससे जलजनित बीमारी फैल गई होगी। बीबीएमपी ने अभी तक हैजा फैलने की घोषणा नहीं की है। पेट की बीमारियाँ बढ़ रही हैं। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के मुख्य आयुक्त तुषार गिरि नाथ ने बताया कि मल्लेश्वरम क्षेत्र में हैजा के एक मामले की पुष्टि हुई है।
उन्होंने कहा कि मल्लेश्वरम के एक पीजी में एक मामला हैजा पॉजिटिव आया है। अन्य को परीक्षण के लिए भेजा गया है। हम संदूषण के स्रोत और सभी की पहचान कर रहे हैं। कोई प्रकोप नहीं है। हम सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं और जल्द ही एक सलाह लेकर आएंगे।
हैजा क्या है?
हैजा एक तीव्र, दस्त संबंधी बीमारी है, जो विषाक्त जीवाणु विब्रियो हैजा के साथ आंत के संक्रमण के कारण होती है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने एक बयान में कहा कि दुनिया भर में हर साल 1.3 से 4 मिलियन लोग हैजा से पीड़ित होते हैं और 21,000 से 143,000 लोग इसकी चपेट में आते हैं।
हैजा से बचाव के उपाय क्या हैं?
सबसे पहले लोगों को यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि पीने के पानी को पीने से पहले पर्याप्त रूप से उपचारित या उबाला गया हो। सभी को विशेष रूप से भोजन या खाना पकाने से पहले साबुन और पानी से हाथ धोने जैसी स्वच्छता प्रथाओं का पालन करने की आवश्यकता है। सभी को अधपका खाना खाने से बचना चाहिए और इसकी जगह पके हुए व्यंजन का चयन करना चाहिए।