राजस्थान में बगावती तेवर अपनाकर गहलोत सरकार को संकट में डालने वाले सचिन पायलट ने कहा कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे. उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पायलट ने बुधवार को कहा कि वे अब भी कांग्रेस के सदस्य हैं. पायलट के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी संकेत दिए कि सुलह का रास्ता अभी बंद नहीं हुआ है. यदि पायलट गलती स्वीकार कर लौट आते हैं तो उनका परिवार के सदस्य की तरह स्वागत किया जाएगा.