लाइव न्यूज़ :

किताबी कीड़ाः शरद पवार के धवल पक्ष को उजागर करती है देव प्रसाद त्रिपाठी की 'स्वयंसिद्ध'

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 12, 2019 8:51 PM

Open in App
Sharad Pawar राष्ट्र और महाराष्ट्र की राजनीति के कद्दावर राजनेताओं में शुमार किये जाते हैं। Maharashtra Assembly Election 2019 के बाद Sharad Pawar सोशल मीडिया पर छाये हुए थे। सोशल-मीडिया यूजर्स मान रहे थे कि पवार ने ही BJP के चाणक्य Amit Shah को सत्ता की शतरंज में शह और मात दी है। महाराष्ट्र में NCP, Congress और Shiv Sena की गठबंधन सरकार बनवाने और Uddhav Thackeray को मुख्यमंत्री बनाने का श्रेय मीडिया और सोशल-मीडिया में Sharad Pawar को दिया गया। Keetabi Keeda का इस एपिसोड में हमने देवी प्रसाद त्रिपाठी (DPT) की लिखी शरद पवार की जीवनी 'स्वयंसिद्ध' का रिव्यू किया है।
टॅग्स :शरद पवारपुस्तक समीक्षा
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशरद पवार को मिला नया चुनाव चिन्ह 'तुरहा बजाता आदमी', पार्टी बोली- 'दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए तैयार हैं'

भारत"प्रधानमंत्री संसद के दरवाजे पर झुकते हैं, वह नाटक है", शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी पर किया जबरदस्त हमला

भारतWorld Book Fair 2024: निर्मल वर्मा और गगन गिल की किताबों का हुआ लोकार्पण, विनीत कुमार की किताब ‘मीडिया का लोकतंत्र’ का भी हुआ विमोचन

भारतब्लॉग: पूर्व मुख्यमंत्रियों का दलबदल नई बात नहीं!

भारतNCP Sharad Pawar-Ajit Pawar News: अगर मैं ‘वरिष्ठ’ नेता का पुत्र होता, तो आसानी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बन जाता, अजित ने चाचा शरद पवार पर किया हमला

भारत अधिक खबरें

भारतJamtara Train Accident: रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रेन रुकी, यात्री उतरे और दूसरी ट्रेन की चपेट में आए, 2 की मौत और कई घायल, देखें वीडियो

भारतजो लोग अदालत से तथ्य छिपाते हैं, किसी तरह की राहत पाने के पात्र नहीं, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा-न्याय व्यवस्था का दुरुपयोग ना करे...

भारतBihar School Timing Changed: मुख्यमंत्री नीतीश के सख्ती के आगे झुके पाठक, स्कूल टाइमिंग में बदलाव, जानें टाइम टेबल

भारतHemant Soren: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से बड़ा झटका, राहत देने से इनकार और याचिका खारिज

भारतRajya Sabha Elections: राज्यसभा में 245 सांसद, बहुमत आंकड़ा 123, अप्रैल 2024 में एनडीए को प्राप्त हो जाएगा बहुमत, महत्वपूर्ण कानून करा सकेंगे पारित!, देखें सभी दल की स्थिति