बिहार के सीमांचल क्षेत्र में एनडीए को मिल रही बढ़त को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है। सीमांचल में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जिले के अंतर्गत कुल 24 विधानसभा सीटें है। अभी तक सामने आये चुनावी रुझान में असुद्दीदीन ओवैसी की पार्टी (AIMIM) तीन सीटों पर आगे चल रही है। जबकि, दो सीटों पर दूसरे नंबर पर है। ओवैसी फैक्टर के मद्देनजर एनडीए को फायदा, तो महागठबंधन का नुकसान पहुंचता दिख रहा है।अभी तक मिले रुझानों के अनुसार, सीमांचल की 24 विधानसभा सीटों में से एनडीए को करीब आधी सीटों पर बढ़त मिल रही है, जबकि महागठबंधन महज पांच सीटों पर आगे चल रहा है। इसके अलावा आठ सीटें अन्य को मिल रही हैं। जिनमें से ओवैसी की पार्टी तीन सीटों पर आगे है। इन सबके बीच कई सीटों पर ओवैसी भले ही जीतते नजर नहीं आ रहे हों, लेकिन उनके प्रदर्शन से महागठबंधन का खेल जरूर बिगड़ता दिखाई दे रहा है। ओवैसी की पार्टी ने बिहार की 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जिनमें से 14 उम्मीदवार सीमांचल इलाके की सीटों पर है।