Narendra Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा के दूसरे दिन बुधवार को अबू धाबी में भव्य अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदू मंदिर और पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर होगा।
यह मंदिर अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा बनाया गया है। इस मंदिर के भव्य उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा शेख मोहम्मद, महंत स्वामी महाराज के साथ-साथ भारत और यूएई के प्रतिष्ठित अतिथियों के अलावा कई अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
अबू धाबी में इस मंदिर के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण में कतर की राजधानी दोहा भी जाएंगे। उससे पहले मंगलवार को अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में भारतीय प्रवासियों के लिए 'अहलान मोदी' कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षरधाम मंदिर के उद्घाटन का भी जिक्र किया था।
पीएम मोदी ने 'अहलान मोदी' कार्यक्रम में कहा, "साल 2015 में जब मैंने शेख मोहम्मद बिन जायद को आप सभी की ओर से अबू धाबी में एक मंदिर बनाने का प्रस्ताव दिया तो उन्होंने तुरंत इसके लिए हां कह दिया था। अब इस भव्य बीएपीएस मंदिर के उद्घाटन का समय आ गया है।"
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी यूएई की अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान यूएई के उपराष्ट्रपति मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के साथ भी बैठक करेंगे।
भारत से मंगलवार को यूएई पहुंचे पीएम मोदी का यूएई के राष्ट्रपति अल नाहयान ने बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया और दोनों नेताओं ने हाथ मिलाकर और गले मिलकर एक-दूसरे का स्वागत किया। यह पीएम मोदी की पिछले आठ महीनों में तीसरी और 2015 के बाद से यूएई की सातवीं यात्रा है।
पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंगलवार को बातचीत की और कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का आदान-प्रदान किया। उसके बाद पीएम मोदी बू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम पहुंचे, जहां हजारों भारतीय प्रवासियों ने उनके स्वागत में जमकर "मोदी-मोदी" के नारे लगाये।
पीएम मोदी ने भारत और यूएई के बीच मजबूत संबंधों पर प्रकाश डालते हुए पिछले दशक में यूएई की अपनी लगातार यात्राओं का उल्लेख किया और दुबई में एक नए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दफ्तर खोलने की भी घोषणा की।
इसके अलावा दोनों देशों के मध्य विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। जिनमें डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में सहयोग, दोनों देशों के राष्ट्रीय अभिलेखागार के बीच एक प्रोटोकॉल, विरासत और संग्रहालयों में सहयोग और यूपीआई (भारत) और एएनआई (यूएई) जैसे भुगतान प्लेटफार्मों के साथ-साथ घरेलू डेबिट पर समझौते शामिल हैं।