लाइव न्यूज़ :

Gaganyaan: जानें, 2018 में कैसे हुआ इसका परीक्षण, अब इस डेट को होगी लॉन्चिंग

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 19, 2023 12:41 PM

गगनयान मिशन और अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली परीक्षण यान परीक्षण 21 अक्टूबर को सतीश धवन स्पेस सेंटर से होगा, जहां गगनयान मिशन और अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली परीक्षण यान के लिए तैयार एकल-चरण रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा

Open in App
ठळक मुद्देगगनयान का परीक्षण 21 अक्टूबर को हो सकता हैइसे टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन-1 का भी नाम दिया गया हैलॉन्चिंग के दौरान क्रू मॉड्यूल को आउटर स्पेस तक भेजा जाएगा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गगनयान मिशन तथा अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली परीक्षण यान की पहली प्रदर्शन उड़ान की तैयारियों की समीक्षा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के वैज्ञानिकों के साथ की। गगनयान की लॉन्च तारीख साल 2025 रखी गई है। 

गगनयान का परीक्षण 21 अक्टूबर को हो सकता है। साथ ही इसे टेस्ट व्हीकल अबॉर्ट मिशन-1 भी कहा जा रहा है। लॉन्चिंग के दौरान क्रू मॉड्यूल को आउटर स्पेस तक भेजा जाएगा। यदि सफल रहता है तो इसके आगे का प्लान भी बनाया जाएगा। इसे एकल-चरण रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा। 

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मानवरहित सिस्टम का परीक्षण किया जा रहा है। इसके पूर्व में साल 2018 में गगनयान यान मिशन का पहला पैड एबॉर्ट परीक्षण सफलतापूर्वक किया था, जो अंतरिक्ष अभियानों के दौरान अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षा के साथ मिशन में लैंडिंग करा सकता था।

इसके साथ ही मानवरहित विमान जाने में सक्षम रहा था, सिस्टम को इसलिए भी तैयार किया गया था क्योंकि अगर किसी अवस्था में मिशन निरस्त भी होता है तो अंतरिक्ष यात्रियों की लॉन्च वाहन से तेजी से सुरक्षित दूरी पर ले जा सके।

परीक्षण पांच घंटे की तैयारी के बाद इसे शुरू हुआ था, जिसका समापतन श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में 12.6 टन वजन वाले सिम्युलेटेड गगनयान मिशन और अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली परीक्षण यान के बंद होने के साथ हुआ। 

यह पूरा परीक्षण 259 सेकंड उस दौरान तक चला था, जिसके चलते मानवरहित सिस्टम आसमान की ओर बढ़ा, फिर बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी उठा, लेकिन फिर पैराशूट के जरिए पृथ्वी पर वापस आ गया। यह श्रीहरिकोटा से लगभग 2.9 किलोमीटर दूर भी उतरा। 

क्रू मॉड्यूल सात विशेष रूप से डिजाइन किए गए त्वरित-अभिनय ठोस मोटरों के साथ लगभग 2.7 किमी की ऊंचाई तक पहुंच गया। इन मोटरों ने सुनिश्चित किया कि क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित जी-स्तर से अधिक हुए बिना सुरक्षित दूरी तक चलाया जाए।

परीक्षण उड़ान की निगरानी लगभग 300 सेंसरों द्वारा की गई जिन्होंने विभिन्न मिशन प्रदर्शन मापदंडों को रिकॉर्ड किया। पुनर्प्राप्ति प्रोटोकॉल के भाग के रूप में, मॉड्यूल को पुनः प्राप्त करने के लिए तीन पुनर्प्राप्ति नौकाओं को तैनात किया गया था।

परीक्षण को मानवरहित सिस्टम की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया था, एक आपातकालीन उपाय जो लॉन्च निरस्त होने की स्थिति में क्रू मॉड्यूल और अंतरिक्ष यात्रियों को लॉन्च वाहन से तेजी से सुरक्षित दूरी पर ले जाता है।

परीक्षण पांच घंटे की सुचारू उलटी गिनती के साथ शुरू हुआ, जिसका समापन श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में अपने पैड से सुबह 7:00 बजे 12.6 टन वजन वाले सिम्युलेटेड गगनयान मिशन और अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली परीक्षण यान के वापस आने के साथ पूरा हुआ। 

टॅग्स :गगनयानइसरोभारतMission
Open in App

संबंधित खबरें

भारतMaldives controversy: "पीएम मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी से मालदीव सरकार का सरोकार नहीं, भविष्य में ऐसा नहीं होगा", विदेश मंत्री मूसा ज़मीर ने कहा

भारतमणिशंकर अय्यर के विवादित बोल, कहा- "पाकिस्तान का सम्मान करें नहीं तो वो भारत पर परमाणु बम गिरा देंगे"

विश्वभारतीय चुनावों में हस्तक्षेप के रूसी आरोपों को अमेरिका ने किया खारिज, जानें क्या कहा

कारोबारफल-फूल रहा भारतीय स्टार्टअप जॉब बाजार, फ्रेशर्स के लिए मौजूद हैं 53 फीसदी नौकरियां: रिपोर्ट

कारोबारजयंतीलाल भंडारी का ब्लॉग: भारत के रिकॉर्ड निर्यात परिदृश्य पर नई चुनौतियां

भारत अधिक खबरें

भारतBengaluru News Live Updates: रात भर भारी बारिश, बेंगलुरु में विमान सेवाएं बाधित, 13 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और एक मालवाहक उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर चेन्नई भेजा

भारतBihar LS polls 2024: चिराग ने 2020 के विधानसभा चुनाव में सीएम नीतीश के साथ किया था, लोकसभा में पुराना हिसाब चुका रहे हैं मुख्यमंत्री!, जानें कहानी

भारतAsaduddin Owaisi Vs Navneet Rana: 'मेरा छोटा भाई तोप है, मैंने रोक रखा है उसे नहीं तो... कह दूं कल से शुरू करो बैटिंग', असदुद्दीन ओवैसी ने कहा

भारतTN 10th Result 2024 Declared: तमिलनाडु के 10वीं कक्षा के परिणाम घोषित, इन आसान स्टेप्स के जरिए देखें रिजल्ट

भारतयोगी आदित्यनाथ बदल सकते हैं अकबरपुर का नाम, बोले- “नाम लेने से खराब हो जाता है मुंह का स्वाद"