लाइव न्यूज़ :

Supplements Mislabeled In India: नए अध्ययन में दावा, भारत में 70 प्रतिशत प्रोटीन सप्लीमेंट पर गलत लेबल

By धीरज मिश्रा | Published: April 12, 2024 1:51 PM

Supplements Mislabeled In India: अभी हुए एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 70 प्रतिशत प्रोटीन सप्लीमेंट पर गलत लेबल है। इनमें कई में विषाक्त पदार्थ होते हैं।

Open in App
ठळक मुद्देमेडिसिन जर्नल में पब्लिश रिसर्च के अनुसार, जांचे गए 36 प्रोडक्ट में से 70 फीसदी प्रोडक्ट वैसे नहीं हैं जैसा वे होने का दावा करते हैं14 फीसदी में हानिकारक टॉक्सिक चीज़ें पाई गईस्टडी से यह भी पता चला कि टेस्ट किए गए 8 फीसदी प्रोडक्ट्स में कीटनाशक पाए गए

Supplements Mislabeled In India: अभी हुए एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 70 प्रतिशत प्रोटीन सप्लीमेंट पर गलत लेबल है। इनमें कई में विषाक्त पदार्थ होते हैं।एक नए अध्ययन से भारत में बिकने वाले लोकप्रिय हर्बल-आधारित प्रोटीन पाउडर की लेबलिंग और सुरक्षा में गंभीर विसंगतियों का पता चला है। मेडिसिन जर्नल में पब्लिश रिसर्च के अनुसार, जांचे गए 36 प्रोडक्ट में से 70 फीसदी प्रोडक्ट वैसे नहीं हैं जैसा वे होने का दावा करते हैं, जबकि 14 फीसदी में हानिकारक टॉक्सिक चीज़ें पाई गई।

साथ ही स्टडी से यह भी पता चला कि टेस्ट किए गए 8 फीसदी प्रोडक्ट्स में कीटनाशक पाए गए। अध्ययन में बताया गया है कि  इन सप्लीमेंट्स में लेड, आर्सेनिक जैसे बेहद खतरनाक तत्व मिले हैं जो कैंसर के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। भारत में ज्यादातक हर्बल प्रोटीन सप्लीमेंट इफेक्टिड और घटिया क्वालिटी का होता है।

अध्ययन में कहा गया है कि स्टडी से पता चला कि 9 प्रोडक्ट में प्रोटीन की मात्रा 40 फीसदी से कम है। बाकी का 60 फीसदी से ऊपर था। 69.4 फीसदी या 25 प्रोटीन सप्लीमेंट्स को गलत लेबल किया गया था।

मट्ठा प्रोटीन क्या है

मट्ठा प्रोटीन के तीन मुख्य प्रकार हैं, और उनके बीच अंतर यह है कि उन्हें कैसे संसाधित किया जाता है। प्रोटीन गाढ़ा क्यों होता है, दूध में लैक्टोज, वसा और खनिजों के अलावा लगभग 35-80 प्रतिशत प्रोटीन होता है। मट्ठा प्रोटीन आइसोलेट, इसमें 90-96 प्रतिशत प्रोटीन और बहुत कम लैक्टोज या वसा होता है, मट्ठा प्रोटीन हाइड्रोलाइज़ेट, यह रूप पहले से पच जाता है, जो आपके शरीर को इसे तेजी से अवशोषित करने में मदद करता है।

एथलीटों को मांसपेशियों को बढ़ाने में मदद करने के अलावा, यह आपको व्यायाम से उबरने और प्रतिरोध प्रशिक्षण दिनचर्या के हिस्से के रूप में ताकत हासिल करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, अध्ययनों से पता चलता है कि मट्ठा प्रोटीन मोटे और अधिक वजन वाले लोगों के लिए वजन घटाने में सहायता करता है। अधिक प्रोटीन का सेवन करने से लोगों को पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद मिल सकती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है

सुरक्षा के मुद्दे क्या है

जबकि प्रोटीन पाउडर के कई स्वास्थ्य लाभ बताए गए हैं, विशेषज्ञ उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित भी हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान उच्च मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते समय सावधानी बरतने की सलाह देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पाचन संबंधी समस्याएं, एलर्जी, कब्ज, पोषण की कमी हो सकती है और यह आपके गुर्दे और यकृत को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

टॅग्स :Health Departmentमेडिकल ट्रीटमेंटMedical EducationMedical TreatmentMedicines and Healthcare
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वअवसाद की दवा का दुष्प्रभाव, 'अंदर से जल गई' न्यूज़ीलैंड की महिला, अपनी आपबीती साझा की

स्वास्थ्यक्या नेकटाई स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकती है? जानिए क्या कहती है शोध

भारतSuicide In Kota: मैं भी प्री-मेडिकल टेस्ट में फेल हो गया था, कोटा डीएम डॉ. रविंदर गोस्वामी ने छात्र और माता-पिता को पत्र लिखा, पढ़िए

स्वास्थ्य27 फीसदी वयस्क के साथ भारत दुनिया में तंबाकू का उपयोग करने वाली आबादी में दूसरे स्थान पर

स्वास्थ्यअपनी जीवनशैली को बेहतर करने के लिए क्या लें?

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यRebecca Syndrome: अपने एक्स पार्टनर को भूल नहीं पा रहे आप, रोज सोशल मीडिया पर करते हैं चेक तो हो जाए सावधान, हो सकती है ये गंभीर बीमारी

स्वास्थ्यजल्दी डिनर करने से ठीक रहता है पेट, जानें रात का खाना सही समय पर करने के 5 फायदे

स्वास्थ्यIndian Council of Medical Research ICMR: भारत में 56.4 प्रतिशत बीमारियों का कारण अस्वास्थ्यकर आहार का सेवन, आईसीएमआर ने कहा- मोटापा और मधुमेह को लेकर 17 दिशानिर्देश जारी

स्वास्थ्यHeart: ....कहीं ये दिल जीना हराम न कर दे!, नए शोध में कई खुलासे, पढ़िए रिपोर्ट और हो जाएं सतर्क

स्वास्थ्यकम पानी पीने से हो सकती हैं किडनी की गंभीर समस्याएं, जानिए दिनभर में कितना पीना चाहिए पानी