नई दिल्ली: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत बुधवार को ऑनलाइन कलेक्टर कांफ्रेंस में भ्रष्टाचार पर बोल रहे थे और इसी कार्यक्रम में बैठी महिला एसडीएम मोबाइल फोन पर घूस ले रही थी।
आजतक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी मीटिंग के दौरान राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो ने दौसा जिले के दो एसडीएम को रंगे हाथों घूस लेते हुए पकड़ लिया।
एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने 2 एसडीएम को 5 लाख की रिश्वत लेते और 10 लाख की मांग करते पकड़ा है। इनमें बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल हैं।
एक अधिकारी को दफ्तर तो दूसरे को घर में घूस लेते पकड़ा-
मिल रही जानकारी के मुताबिक, एसीबी ने पुष्कर मित्तल को दौसा स्थित सिविल लाइंस स्थित घर पर रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। जबकि, बांदीकुई एसडीएम ऑफिस से पिंकी मीणा को रिश्वत की मांग करते गिरफ्तार किया गया। बाद में एसीबी एसडीएम पिंकी मीणा को दौसा एसडीएम के आवास पर लेकर आई।
यहां बंद कमरे में दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर एसीबी पूछताछ कर रही है। इस मामले में दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल भी शक के घेरे में हैं।
इस मामले की जानकारी देते हुए एसीबी अधिकारी ने ये बताया-
एसीबी अधिकारी ने बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी।
इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
इससे पहले दिसंबर 2020 में IAS अधिकारी भी हुए थे गिरफ्तार-
बता दें कि इससे पहले दिसंबर 2020 में राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आईएएस अधिकारी और बारां जिले के पूर्व कलेक्टर इंद्र सिंह राव को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। एसीबी की टीम ने गत नौ दिसंबर को बारां के तत्कालीन जिला कलेक्टर इंद्र सिंह के निजी सहायक (पीए) को पेट्रोल पम्प का अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी करने की ऐवज में 1.40 लाख रुपये की कथित रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।
इस मामले में कलेक्टर की भूमिका संदिग्ध होने पर राज्य सरकार ने उसी रात उन्हें उनके पद से हटा कर पदस्थापन की प्रतीक्षा (एपीओ) में रख दिया था। ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया, ''उक्त मामले की जांच से तत्कालीन जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के खिलाफ उनकी भूमिका के संबंध में पर्याप्त सबूत मिलने पर राव को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया।'' उन्होंने कहा कि आरोपी अधिकारी के आवास पर तलाशी भी ली जा रही है।