Yes Bank Q4 results: निजी सेक्टर कर्जदाता यस बैंक ने ने 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 452 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। हालांकि, एक साल पहले की अवधि में 202 करोड़ रुपये से 123 प्रतिशत अधिक है। इस बात का खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है।
बैंक के कुल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) में 1.7 फीसद हो गई, जो पिछले साल की तिमाही में 2.2 फीसदी लुढ़क गया था। तिमाही के लिए शुद्ध एनपीए 0.6 प्रतिशत रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 0.80 प्रतिशत सुधार है। नेट इंटरेस्ट मार्जिन में शुद्ध ब्याज मार्जिन, कर्जदाता के लिए एक प्रमुख लाभप्रदता संकेतक क्रमिक रूप से 2.4% पर स्थिर रहा।
2,153 करोड़ रुपए की नेट बयाज इनकम (एनआईआई) भी पिछले वित्त-वर्ष के मुकाबले में 2 फीसदी के साथ उछाल लगाने में कामयाब हुई, जो पिछले वर्ष में 2,105 करोड़ पर ठहरी थी। तिमाही के लिए प्रावधान साल-दर-साल 23.7% गिरकर 470.8 करोड़ रुपये हो गया। पिछली तिमाही में प्रावधानों में भारी बढ़ोतरी हुई थी।
शुद्ध लाभ अग्रिम सालाना आधार पर 13.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा और एसएमई विकास और मध्य कॉर्पोरेट अग्रिमों और कॉर्पोरेट सेगमेंट में रिबाउंड के कारण 2.27 लाख करोड़ रुपये हो गया।
बैंक में कुल 2.6 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जो पिछले साल की इस तिमाही से 22.5 प्रतिशत बढ़ा। वित्त-वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में CASA अनुपात 30.9 प्रतिशत बनाम 30.8 फीसद है। बैंकिंग प्रणाली में कड़ी तरलता की स्थिति और कर्ज की अच्छी मांग के बीच अधिकांश बैंक अपने जमा आधार को बढ़ा रहे हैं और इससे उनके कर्ज मार्जिन पर असर पड़ा है। यस बैंक का ऋण साल दर साल 12.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि जमा 22% से अधिक बढ़ी है।