Taiwan earthquake LIVE: ताइवान के तटीय क्षेत्र में बुधवार सुबह 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। राजधानी ताइपे हिल गई, जिससे शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई और दक्षिणी जापान और फिलीपींस के द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। चारों ओर अफरातफरी फैल गई है। ताइवान टेलीविजन स्टेशनों ने भूकंप के केंद्र के पास कुछ ढह गई इमारतों के फुटेज दिखाए। ताइवान के केंद्रीय मौसम प्रशासन के अनुसार भूकंप सुबह 07:58 बजे (2358 GMT) ताइवान के पूर्वी तट से 15.5 किमी (9.6 मील) की गहराई पर आया।
मीडिया ने कहा कि यह 25 वर्षों में द्वीप पर आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है। जापान ने ओकिनावा के दक्षिणी प्रान्त के तटीय क्षेत्रों के लिए निकासी सलाह जारी की। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, जापान के दक्षिण-पश्चिमी तट के बड़े क्षेत्रों में 3 मीटर (10 फीट) तक की सुनामी लहरें पहुंचने की आशंका है, जिससे भूकंप की तीव्रता 7.5 आंकी गई है।
ताइवान में भीषण भूकंप के बाद कैसे इमारतें ढह गईं। हुलिएन में एक पांच मंजिला इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, इसकी पहली मंजिल ढह गई और बाकी 45 डिग्री के कोण पर झुक गई। राजधानी ताइपे में पुरानी इमारतों और कुछ नए कार्यालय परिसरों से टाइलें गिर गईं, जबकि कुछ निर्माण स्थलों से मलबा गिर गया।
भूकंप के कारण दक्षिणपूर्वी शहर हुलिएन के एक इलाके में स्थित पांच मंजिला इमारत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। इसकी पहली मंजिल ढह गई है तथा शेष इमारत झुक गई है। ताइपे में पुरानी इमारतों और कुछ नए कार्यालय परिसरों में टाइल्स गिर गईं। विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल कर खेल के मैदान में ले जाया गया है और उन्हें हेलमेट पहनाए गए।
कुछ बच्चे ऊपर से गिरती चीज़ों से बचाव के लिए अपने सिर को किताबों से ढकते दिखे। राष्ट्रीय दमकल एजेंसी ने कहा कि हुलिएन काउंटी में चार लोगों की मौत हो गई। हालांकि दो घंटे बाद सुनामी का खतरा मोटे तौर पर टल गया है। पूरे द्वीप में ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया और ताइपे में ‘सबवे’ सेवा को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया।
द्वीपीय देश की आबादी 2.3 करोड़ है। राष्ट्रीय संसद भवन की दीवारों और छत को नुकसान पहुंचा है। यह भवन द्वितीय विश्व युद्ध से पहले बनाए गए स्कूल में है। पहाड़ी क्षेत्र में सुरंगों और राजमार्गों पर भूस्खलन और गिरते मलबे के कारण यातायात लगभग ठप हो गया। भूकंप के तेज़ झटके आने के बावजूद लोगों में थोड़ी-बहुत ही दहशत रही, क्योंकि इस देश में अक्सर भूकंप के झटके आते रहे हैं।
स्कूल ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए अभ्यास करते रहते हैं और लोगों को मीडिया तथा मोबाइल फोन के जरिए नोटिस जारी किए जाते हैं। वहीं, जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि भूकंप के झटके के 15 मिनट बाद योनगुनी द्वीप पर 30 सेंटीमीटर (करीब एक फुट) ऊंची सुनामी की लहर देखी गई है।
इशिगाकी और मियाको द्वीपों पर भी हल्की फुल्की लहरें देखी गईं। जापानी एजेंसी ने पहले कहा था कि सुनामी की वजह से समुद्र में तीन मीटर (9.8 फुट) तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं, लेकिन बाद में उसने इस चेतावनी को घटाकर करीब एक फुट तक कर दिया। जापान ने ओकिनावा क्षेत्र के आसपास सुनामी के प्रभाव को लेकर जानकारी जुटाने के लिए सैन्य विमान भेजे।
ताइवान की भूकंप निगरानी एजेंसी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई है। यह स्थानीय समयनुसार सुबह सात बजकर 58 मिनट पर आया और इसका केंद्र हुलिएन से दक्षिण दक्षिण-पश्चिम में जमीन से करीब 35 किलोमीटर नीचे था।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप के बाद के एक झटके की तीव्रता 6.5 थी और इसका केंद्र 11.8 किलोमीटर की गहराई में था। चीन के मीडिया के मुताबिक, भूकंप के झटके शंघाई और चीन के दक्षिण पूर्वी तट से सटे कई प्रांतों में महसूस किए गए। चीन ने अपनी मुख्य भूमि के लिए सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि जापान में जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि हवाई या अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र गुआम में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। भूकंप के तीन घंटे बाद उसने कहा कि सभी इलाकों में सुनामी का खतरा मोटे तौर पर टल गया है और लहरें उठने की सूचना सिर्फ ताइवान तथा दक्षिण जापान से ही मिल रही है।
फिलिपीन में उत्तरी तट के पास रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने को कहा गया है लेकिन भूकंप के तीन घंटे बाद भी सुनामी की ऊंची लहरों की सूचना नहीं है। ताइवान में हाल के वर्षों में 21 सितंबर 1999 को सबसे भीषण भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 7.7 थी। इसमें 2400 लोगों की मौत हो गई थी, करीब एक लाख लोग जख्मी हो गए थे और हजारों इमारतें नष्ट हो गई थीं।
(इनपुट एजेंसी)