अपने बगावती व्यवहार से राजस्थान की राजनीति में घमासान मचाने के बीच करीब एक महीने बाद सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर लौटे। पायलट ने कहा कि उन्होंने पार्टी से किसी पद की मांग नहीं की है, लेकिन वह चाहते हैं कि उनके साथ आवाज उठाने वाले विधायकों के खिलाफ कोई द्वेषपूर्ण कार्रवाई नहीं हो. पायलट ने उम्मीद जताई कि पार्टी आलाकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति जल्द ही अपना काम शुरू करेगी.