निजीकरण मुद्दे को लेकर देश में अक्सर हंगामा होता रहता है, चाहे वो कृषि क्षेत्र से जुड़ा निजीकरण का मुद्दा हो या फिर बिजली-पानी, शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा हो... आए दिन इसे लेकर लोगों की नराजागी का सामना सरकार को करना पड़ता है। इस मुद्दे को लेकर ताजा उदाहरण आप किसान आंदोलन को देख सकते हैं जो पिछले करीब 3 महीने से चल रहा है। ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि आखिर निजीकरण क्यों जरूरी है.. और सरकार को इस मुद्दे पर कितना जोर देना चाहिए...