नई दिल्ली/बेंगलुरु: देश की मौजूदा सियासत में दिल्ली की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के सात चरण के पहले दो चरणों में मतदान प्रतिशत में गिरावट से बेहद परेशान है। इस संबंध में भाजपा आलाकमान की की ओर से राज्य इकाइयों को सख्त आदेश दिया है कि वो कार्यकर्ताओं से सुनिश्चित कराएं आगामी मतदान में मतदाताओं को घर से निकलकर बड़ी संख्या में मतदान के लिए प्रेरित करें।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार एक तरफ तो भाजपा का दावा है कि उसके खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक लोकप्रिय नेता बने हुए हैं लेकिन दूसरी ओर उसे चिंता है कि मतदान प्रतिशत में गिरावट से 543 सदस्यीय लोकसभा में 400 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य प्रभावित हो सकता है।
यही कारण है कि पार्टी हाईकमान द्वारा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि मतदाताओं पहुंच में कोई ढिलाई न हो और बूथ कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अभियान चलाने के बजाय जमीन पर नजर आएं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा रविवार को सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये पोस्ट में कहा, ''आये गा तो मोदी ही'' का नारा मतदाताओं को आत्मसंतुष्ट बनाने का जोखिम रखता है। इसमें कहा गया है कि अगर मतदाता मोदी की सत्ता में वापसी को पहले से तय निष्कर्ष के रूप में देखते हैं, तो वे वोट देने के लिए नहीं आना चाहेंगे।"
कर्नाटक में जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों ने उसकी सहयोगी भाजपा को मुश्किल में डाल दिया है। उन्होंने राज्य में भाजपा के अभियान पर ग्रहण लगा दिया है। राज्य में पार्टी नेता इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने आरोपों की सत्यता की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्ना महिला कर्मियों का यौन उत्पीड़न करते थे।
कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो की एक श्रृंखला प्रसारित हो रही है। उनमें से कुछ यौन उत्पीड़न का चित्रण करते दिखे। एसआईटी के गठन के बाद से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़ चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि वीडियो फर्जी थे और उनका इरादा उन्हें बदनाम करने का था।
विपक्ष जेडीएस नेताओं के खिलाफ शिकायत लेकर शहर जा रहा है। भाजपा की मुश्किलें पार्टी इकाई के भीतर शिकायतों को नजरअंदाज करने की सुगबुगाहट से बढ़ रही है। कर्नाटक के हासन जिले के भाजपा नेताओं ने राज्य नेतृत्व को आरोपों के बारे में चेतावनी दी थी और निर्वाचन क्षेत्र से प्रज्वल रेवन्ना की लोकसभा उम्मीदवारी का विरोध किया था।
भाजपा नेता देवराजे गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ शिकायतों के बारे में राज्य पार्टी प्रमुख बीवाई विजयेंद्र को लिखा और इसे राष्ट्रीय नेताओं के ध्यान में लाने और उन्हें परिवार के साथ गठबंधन न करने के लिए मनाने की मांग की।