Benefits Of Chirata: आयुर्वेद में चिरायता एक ऐसी जड़ी बूटी मानी जाती है, जो कई बीमारियों में रामबाण मानी जाती है। चिरायता मुख्य रूप से भारत से हिमालय क्षेत्रों में पाई जाती है। ये अपने कड़वे स्वाद के कारण सेवन में बेहद कष्टकारी मानी जाती है लेकिन इसके अनेक फायदे हैं।
बैंगनी रंग के चिरायता के हरे-पीले फूल होते हैं। ये ज्वरनाशक है यानी बुखार में फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा ये सूजन-रोधी है यानी कि सूजन को कम करता है। इसके साथ चिरायता में एंटीऑक्सीडेंट, हेपेटोप्रोटेक्टिव, एंटीफंगल, हाइपोग्लाइकेमिक, पाचक, और पित्तशामक गुण भी पाये जाते हैं। इसकी वजह से इसे कई बीमारियों को ठीक करने में इसे बेहद कारगर माना जाता है।
चिरायता का वैज्ञानिक नाम स्वीर्टिया चिरेटा है। चिरायता का औषधीय उपयोग तवचा की समस्याओं, बुखार, सूजन आदि में किया जाता है। चिरायता में मौजूद गुण का उपयोग कफ, पित्त और वात में संतुलनल बनाने के लिए भी किया जाता है।
चिरायता के लाभ
डायबिटीज में लाभदायक है
चिरायता हाइपोग्लाइकेमिक है, जो कि ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। चिरायता इंसुलिन के प्रोडक्शन को तेज करता है और ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है। यह स्टार्च के ग्लूकोज में टूटने को कम करने में मदद करता है, जो बदले में डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करता है। इस तरह ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
प्रतिरक्षा मजबूत करता है
किसी भी रोग को ठीक करने या उसे न होने के लिए हमारे प्रतिरक्षा तंत्र का भलीभांति काम करना जरुरी है। चिरायता आपके शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती देने का काम करता है। इसके अलावा ये हमारे शरीर से तमाम विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी करता है।
लिवर डिटॉक्स करता है
चिरायता में शक्तिशाली हेपेटोप्रोटेक्टिव और हेपेटोस्टिमुलेटिव गुण होते हैं, जो इसे पीलिया के दौरान एक जादुई उपाय बनाता है, जिसमें लिवर सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। ये शक्तिशाली जड़ी बूटी पित्त को स्रावित करके लिवर के कामकाज को सहायता प्रदान करता है। जो बदले में लिवर एंजाइमों को सामान्य स्तर तक नीचे आने में मदद करता है। यह लिवर को साफ और डिटॉक्सीफाई भी करता है और लिवर के काम काज में सुधार करता है।
कब्ज में
कब्ज पेट से जुड़ी हुई बीमारी है। चिरायता इसके इलाज के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प है। इसके लिए चिरायता के पौधे से बना काढ़ा तब तक पीना चाहिए जब तक की कब्ज ठीक न हो जाए।
बुखार दूर करता है
बुखार में चिरायता के पत्ते बड़ा कारगर तरीके से काम करता है। ये रिंग स्टेज पर मलेरियल पैरासाइट के विकास में बाधा डालते हैं और इसलिए संक्रमण को बढ़ने से रोकते हैं। मलेरिया के अलावा, चिरता विभिन्न प्रकार के बुखार के इलाज में मदद करते हैं। यह शरीर के दर्द, सिरदर्द और बुखार के अन्य अंतर्निहित लक्षणों को भी कम करता है।