केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सीबीएसई और भारत सरकार छात्रों को राहत देने के लिए पहले से ही विचार-विमर्श कर रही थी। उन्होंने कहा कि सीबीएसई ने छात्रों का परिणाम अब शेष परीक्षाओं के बिना असेसमेंट स्कीम के आधार पर जारी करना सुनिश्चित किया है। रिजल्ट से संतुष्टि नहीं होती है तो उसके लिए वैकल्पिक परीक्षाएं होंगी- अगर किसी छात्र को लगता है कि वह परीक्षा देकर ज्यादा बेहतर परिणाम हासिल कर सकता है और 15 जुलाई तक परिणाम जारी होने पर छात्र को अपने रिजल्ट से संतुष्टि नहीं होती है तो उसके लिए सीबीएसई वैकल्पिक परीक्षाएं आयोजित करेगा। ऐसे छात्र केवल उन्हीं परीक्षाओं को देकर अपने परिणाम में सुधार की कोशिश कर सकेंगे जिन विषयों की शेष परीक्षाएं रद्द की गई हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने सभी छात्रों को उनके रिजल्ट के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता पहले छात्र के जीवन की सुरक्षा फिर परीक्षा है। इसी कड़ी में मंत्रालय दिन रात ऑनलाइन पढ़ाई और परीक्षा के मॉडल विकसित करने में लगा है। जिससे छात्र सुरक्षित रहते हुए पढाई कर सकें।