पुण्यतिथि विशेष: इन तस्वीरों में देखें मिर्जा गालिब की शायरियां, एक सुकून सा आएगा By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 15, 2018 2:30 PMOpen in App1 / 11आज ही के दिन 15 फरवरी 1869 को इस दुनिया को अलविदा कह गए।2 / 11लेकिन उनके शेरो शायरी से ऐसा लगता है वह आज भी हमारे बीच मौजूद हैं।3 / 11मिर्जा गालिब का जन्म आगरा में 27 दिसंबर 1796 को हुआ था।4 / 11उनके परिवार का तालुकात सैनिक पृष्ठभूमि से था।5 / 11उनका पुरा नाम मिर्जा असदुल्लाह बेग खान था, लेकिन वो अपनी शायरी गालिब के नाम से लिखा करते थे।6 / 11इसलिए बाद में वह लोगों के बीच गालिब नाम से लोकप्रिय हो गए।7 / 11ऐसा कहा जाता है की 13 साल के उम्र में ही गालिब की शादी हो गई और उनके सात बच्चे भी हुए।8 / 11लेकिन उनमें से एक भी जीवीत नहीं रहे इसी के गम में गालिब ने शायरी के तरफ रुख किया।9 / 11गालिब को बहादुर शाह जफर ने अपने दरबार में दबीर-उल-मुल्क और नज़्म-उद-दौला के खिताब से नवाज़ा था।10 / 11बाद में उन्हें मिर्ज़ा नोशा के खिताब भी नावाजा गया। जिसके बाद वो अपने नाम के आगे मिर्ज़ा लगाने लगे।11 / 11उन्हें दिल्ली के निजामुद्दीन बस्ती में दफनाया गया। और पढ़ें Subscribe to Notifications