महान शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की पुण्यतिथि पर पढ़े उनके सबसे मशहूर शेर..

By हर्ष वर्धन मिश्रा | Published: February 15, 2022 06:40 AM2022-02-15T06:40:36+5:302022-02-15T06:40:36+5:30

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मिर्ज़ा असद-उल्लाह बेग ख़ां उर्फ “ग़ालिब” से जाने जाते हैं। इनको उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर माना जाता है। ग़ालिब को मुख्यतः उनकी उर्दू ग़ज़लों को लिए याद किया जाता आज। जानिए मिरज़ा ग़ालिब के कुछ मशहूर शेर जो आज भी लोगों के दिलों में बेस हुए है।

हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है

इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया, वर्ना हम भी आदमी थे काम के

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले, बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले

उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़, वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है

वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है, कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं

कितना खौफ होता है रात के अंधेरों में, पूछ उन परिंदो से जिनके घर नहीं होते

हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है, तुम्हीं कहो कि ये अंदाज़-ए-गुफ़्तगू क्या है

बेवजह नहीं रोता कोई इश्क़ में ग़ालिब, जिसे ख़ुद से बढकर चाहो वो रुलाता ज़रूर है।