फिल्म 'भोंसले' को लेकर बोले मनोज बाजपेयी- स्थानीय लोगों और प्रवासियों के बीच के द्वंद की कहानी है By भाषा | Published: June 28, 2020 7:37 PMOpen in App1 / 6अभिनेता मनोज बाजपेयी का मानना है कि शायद ही कोई देश है जहां स्थानीय लोगों और प्रवासियों के बीच तनाव नहीं ना देखने को मिले और उनकी आगामी फिल्म ‘भोंसले’ की कहानी इसी द्वंद के इर्द गिर्द घूमती है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)2 / 6देवाशीष मखीजा के निर्देशन में बनी यह फिल्म मुंबई की पृष्ठभूमि पर है जिसकी कहानी एक सेवानिवृत्त पुलिस कांस्टेबल पर केंद्रित है जो प्रवासियों को स्थानीय नेताओं के खिलाफ आवाज उठाने में मदद करता है। (फोटो सोर्स- ट्विटर)3 / 6बाजपेयी का कहना है कि इस फिल्म में साम्प्रदायिक भेदभाव, क्षेत्रीय भेदभाव और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे समसामायिक मुद्दों के बारे में प्रभावशाली संदेश है।4 / 6बाजपेयी ने एक साक्षात्कार में पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘यह फिल्म क्षेत्र और धर्म की तर्ज पर विभाजित हमारी सामाजिक प्रणाली के बारे में बात करती है। यह महिलाओं की सुरक्षा, अकेलेपन और बुजुर्ग लोगों की सेवानिवृत्ति के बाद की स्थिति के बारे में बात करती है। यह प्रवासियों के मुद्दों के बारे में भी बात करती है।” (फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)5 / 6अभिनेता ने कहा कि ‘‘भोंसले’’ का उद्देश्य दर्शकों को इस विभाजित समाज में लोगों के व्यवहार के बारे में दिखाना है। (फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम)6 / 6 2018 में बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘‘भोंसले’’ का प्रीमियर हुआ और कई अन्य समारोहों में प्रदर्शित किए जाने के बाद अब इस फिल्म का प्रसारण सोनी लाइव पर किया जा रहा है। (फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम) और पढ़ें Subscribe to Notifications