पटना: लोकसभा चुनाव में पहले चरण में शुक्रवार को बिहार की 4 सीटों पर मतदान संपन्न होने के साथ ही दूसरे चरण का मैदान भी सजने लगा है। अब सभी दलों का ध्यान दूसरे चरण पर केंद्रित हो गया है। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को बिहार की 5 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, बांका और भागलपुर में महा मुकाबला देखने को मिलेगा। किशनगंज लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में विपक्ष को जीत का स्वाद चखने को मिला था। वहीं एनडीए व महागठबंधन के अलावे एआईएमआईएम को लेकर भी इस सीट पर होने वाला घमासान बेहद दिलचस्प होगा।
किशनगंज संसदीय सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत मिली थी। जदयू के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को तीसरा स्थान मिला था। बिहार में एनडीए ने 40 में 39 सीटें जीती थीं, लेकिन एक किशनगंज सीट ही ऐसा था जिस पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा और गठबंधन बिहार में विपक्ष को क्लीन स्वीप नहीं कर सकी थी। इस बार भी कांग्रेस ने ही अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। जबकि एनडीए की ओर से जदयू ने नए उम्मीदवार को टिकट थमाया है। वहीं एआईएमआईएम ने फिर एक बार अख्तरुल इमान को ही अपना उम्मीदवार बनाया है। किशनगंज में जदयू ने मास्टर मुजाहिद को उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने मोहम्मद जावेद जो फिर से मैदान में उतार दिया है।
वहीं, कटिहार में जदयू ने दुलालचंद गोस्वामी को टिकट दिया है तो कांग्रेस ने तारिक अनवर को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि पूर्णियामें जदयू ने संतोष कुशवाहा को फिर से मैदान में उतारा है तो राजद ने बीमा भारती को टिकट दिया है। हालांकि यहां कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे पप्पू यादव मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हुए हैं। वहीं, भागलपुर में जदयू ने अजय मंडल को फिर से टिकट दिया है तो कांग्रेस ने विधायक अजीत शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि बांका में जदयू ने गिरधारी यादव को तो राजद ने जयप्रकाश नारायण यादव पर दाव खेला है। सीमांचल में शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किशनगंज में जनसभा को संबोधित किया।
उधर, एआईएमआईएम नेता आदिल हसन ने बताया कि 20 अप्रैल को पार्टी सुप्रीमो बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी किशनगंज में आयेंगे और लगभग पांच दिनों तक यही कैंप कर पार्टी प्रत्याशी अख्तरुल इमान के पक्ष में कई सभा, जनसंपर्क अभियान और रोड शो करेंगे। वहीं जदयू प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसभा को संबोधित करेंगे। वैसे तो बिहार में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है, लेकिन कुछ सीटों पर निर्दलीय के अलावे अन्य दलों उम्मीदवार ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।