लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शुक्रवार की सुहर 7 बजे से पीलीभीत सहित सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना (सुरक्षित सीट), मोरादाबाद और रामपुर में मतदान हो रहा है। पीलीभीत में लगभग 18.31 लाख मतदाता चुनावी मैदान में ताल ठोंकर रहे 10 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला शाम 7 बजे तक ईवीएम में कैद कर देंगे।
जिला प्रशासन ने मतदान के सुतारू रूप से संपन्न कराने के लिए कुल 1521 बूथ बनाए हैं। जिन पर पीलीभीत के 9.78 लाख से अधिक पुरुष और आठ लाख से अधिक महिला मतदाताएं अपना मत डालेंगे।
इस बीच खबर आ रही है कि पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र में दो ऐसा गांव हैं, जिनमें रहने वाले लोगों ने स्थानीय मुद्दे को लेकर मतदान के बहिष्कार का फैसला किया है। जिसकी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये। आनन-फानन में जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और ग्रामीणों का मान-मन्नौवल करके मतदान के लिए मनाने का प्रयास कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पीलीभीत में बक्शपुर गांव के निवासियों ने एक स्थानीय मुद्दे पर मतदान का बहिष्कार किया। मौके पर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गये हैं और ग्रामीणों को मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार नहीं करने के लिए मना रहे हैं।
इसके अलावा खबर मिल रही है कि बीसलपुर के गांव पुरैना में मतदान केंद्र पर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है, जिसके कारण सुबह साढ़े 10 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा था। मतदान बहिष्कार की सूचना मिलने के बाद उप जिलाधिकारी महिपाल सिंह मौके पर पहुंत रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो खुद गांव में जा रहे हैं और ग्रामीणों को समझाकर वोट डलवाने का प्रयास करेंगे। ग्रामीणों ने अपने गांव के सामने देवहा नदी पर पुल न बनवाए जाने से नाराज होकर मतदान बहिष्कार की घोषणा की है।
पीलीभीत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार सुबह नौ बजे तक 13.36 फीसदी मतदान हुआ था। अगर विधानसभावार बात करें तो पीलीभीत में 13.08 फीसदी, बरखेड़ा में 14.15 फीसदी, पुरनपुर में 15.36 फीसदी, बीसलपुर में 12.47 फीसदी और बहेड़ी में 11.74 फीसदी मतदान हुआ है।