नई दिल्ली: मुंबई के रेलवे स्टेशन पर स्थित नीलम कैंटीन में काम करने वाले 30 वर्षीय व्यक्ति ने गलत भावना से 18 वर्षीय महिला के साथ छेड़छाड़ की। बात सामने आने के बाद स्टेशन पर तैनात रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने उस व्यक्ति को हिरासत में लिया। पुलिस की मानें तो यह वाक्या मंगलवार की सुबह घटा, जब पीड़ित महिला और उसका पति सीएसएमटी रेलवे स्टेशन से अपने गंतव्य जाने के लिए ट्रेन की राह देख रहे थे। लेकिन, पीड़ित और उसका पति को घर ले जाने वील ट्रेन मंगलवार रात में जाने के लिए शेड्यूल थी।
फिर हुआ ये कि आरोपी ने कथित तौर पर जोड़े को देखा और उनके पास पहुंचा। इतनी देर में आरोपी ने गले में टांगे हुए रेलवे का आईकार्ड दिखाते हुए बता दिया कि वो रेलवे प्राधिकरण से संबंधित है और उसने पीड़िता और उसके पति से कहा कि नियमित जांच चल रही है और इस कारण आपकी भी जांच की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, "वह जोड़े के पास गए, पहले पति को तुरंत निरीक्षण के लिए पुरुष को प्रतीक्षा कक्ष में जाने के लिए कहा और उनके जाने के बाद, आरोपी ने पीड़िता को अपने साथ ले जाने के लिए कहा, वह उसे प्लेटफॉर्म नंबर 11 पर ले गया "। आरोपी की पहचान मुरलीलाल मुकुंदलाल गुप्ता (30) के रूप में हुई, पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी दी।
गुप्ता ने पीड़िता से कहा कि उसके सामान और उसके शरीर को जांचेगा, जिससे यह उसे पता चलेगा कि कुछ गैर जरूरी सामान तो नहीं वो ले जा रही है। तालाशी के बहाने उसने उसके शरीर को गलत तरीके से छुआ और जब उसने उससे पूछताछ कि तो वह भाग गया। पीड़ित महिला गुमसुम खड़ी थी, तभी गश्त कर रहे पुलिस अधिकारियों की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने उसके पति को अलर्ट किया।
पीड़ित महिला के बयान को महिला पुलिस ने दर्ज किए और फिर स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला। इसके बाद आरोपी को उस जगह पर करीब 2 घंटे तक देखा गया। पीड़िता मूल्य रूप से झारखंड की रहने वाली है और मुंबई में वो काम के सिलसिले में अपने पति के साथ आई हुई थी। गुप्ता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने उसे हिरासत में भेज दिया।