Ludo movie review: दिवाली पर अभिषेक बच्चन,राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी का धमाका, उम्दा परफॉर्मेंस ने जीता फैंस का दिल
By अमित कुमार | Published: November 13, 2020 9:36 AM
बहुत दिनों बाद एक ऐसी फिल्म रिलीज की गई है, जिसे देखने के बाद आपकी आंखों को सुकून मिलता है। अनुराग बसु ने चार अलग कहानियों को बड़े ही शानदार तरीके से पर्दे पर उतारा है।
ठळक मुद्देपंकज त्रिपाठी का रोल फिल्म का केंद्र है जिसके आस-पास चार कहानियां बुनी गई है।फिल्म में चार कहानियां एक साथ चलती हैं, जो अलग अलग मोड़ पर एक दूसरे से टकराती है।फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने सत्तु भैया नामक एक गैंगस्टर का किरदार निभाया है।
दिवाली से ठीक पहले अभिषेक बच्चन, पंकज त्रिपाठी और राजकुमार राव की एक बेहतरीन फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई है। लूडो नामक यह फिल्म रिलीज होते ही सुर्खियों में है। फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने सत्तु भैया नामक एक गैंगस्टर का किरदार निभाया है। पंकज त्रिपाठी का रोल फिल्म का केंद्र है जिसके आस-पास चार कहानियां बुनी गई है। अक्सर इस तरह की फिल्मों के साथ समस्या ये होती है कि कोई एक कहानी दूसरी कहानी पर भारी नजर आती है। लेकिन यहां इन चारों कहानियों को लिखावट शानदार तरीके से की गई है।
फिल्म की कहानी: फिल्म में चार कहानियां एक साथ चलती हैं, जो अलग अलग मोड़ पर एक दूसरे से टकराती है। पहली कहानी है आकाश (आदित्य रॉय कपूर) की, जिसका अपनी गर्लफ्रैंड आहना (सान्या मल्होत्रा) के साथ एक सेक्स टेप पोर्न साइट पर लीक कर दिया गया है। अब समस्या यह है कि आहना की चार दिन बाद शादी होने वाली है और वह नहीं चाहती कि उसका होने वाला पति को इस लीक टेप के बारे में पता चले। पोर्न साइट से लीक वीडियो हटाने की कोशिश में वह एक बार फिर आकाश से मिलने लगती है और दोनों का रिश्ता और गहरा होता चला जाता है।
अभिषेक बच्चन की शानदार एक्टिंग: वहीं दूसरी ओर बिट्टू (अभिषेक बच्चन) क्रिमिनल है। जो कभी पंकज त्रिपाठी यानी सत्तु भैया के काफी करीब थे, लेकिन उन्हें प्यार हो जाता है और नई जिंदगी बसाने के लिए वो सत्तु का साथ छोड़ अपनी गर्लफ्रेंड से शादी कर लेते हैं। इस दौरान उनकी एक बेटी भी होती है। लेकिन तभी बिट्टू को पुलिस पकड़ लेती है और उसे 6 साल की सजा हो जाती है। इस दौरान उसकी वाइफ इसे छोड़ दूसरे शादी कर लेती है।
एक प्रेमी के दर्द को बयां करता है राजकुमार राव का करेक्टर: तीसरी कहानी पिंकी (फातिमा सना शेख) की है। उसे पता चलता है कि उसका पति हत्यारा है। वह भाग जाती है। अपने बचपन के प्यार आलोक उर्फ अलु (राजकुमार राव) के पास। इस उम्मीद में कि वह उसकी मदद करेगा। जबकि एक कहानी राहुल (रोहित सर्राफ) की है। सेल्समैन है और उसके सथ एक नर्स है शीजा (पर्ली माने), दोनों अपने वर्कप्लेस पर यातनाएं झेल रहे हैं। लेकिन एक दिन अचानक उनकी जिंदगी बदल जाती है।