मुंबई : वैसे हमारे यहां शादियों में घोड़ी पर बैठकर बारात ले जाने का रिवाज है । शादियों में दूल्हा घोड़ी पर बैठकर धूमधाम से अपनी दुल्हन को लेने के लिए निकलता है लेकिन जानवरों से संबंधित एक संगठन ने इसे घोड़े पर क्रूरता और अपमानजनक बताया है । हाल ही में पेटा इंडिया ने एक ऐसा ही ट्वीट किया है, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन्स दे रहे हैं । यूजर्स जमकर पेटा के खिलाफ कमेंट कर रहे हैं । वहीं लोग पेटा की मान्यता रद्द करने की मांग कर रहे है, तो किसी का कहना है कि इसे बकरीद पर कटने वाले बकरे नजर नहीं आते ।
अपने ट्वीट पर आ रहे कमेंट्स को लेकर पेटा ने एक और ट्वीट किया है और अपनी सफाई दी है । पेटा ने भी इस पर जवाब देते हुए लिखा है, जैसे जानवरों की कुर्बानी गलत है, वैसे ही घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए उनके मुंह को छलनी करना भी गलत है । इसके साथ ही पेटा ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसे उसने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने की अपील की है ।
पेटा ‘पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार के पक्षधर लोग: एक पशु-अधिकार संगठन.’ पेटा इंडिया ने 11 अक्टूबर की शाम को अपने ट्विटर हैंडल से घोड़ों से संबंधित एक ट्वीट किया था, जिस पर सोशल मीडिया पर काफी विवाद हो गया है । पेटा ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘विवाह समारोहों में घोड़ों का उपयोग करना अपमानजनक और क्रूर है ।’
जब इस ट्वीट पर रिटायर्ड आईपीएस व सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर एम नागेश्वर राव की नजर पड़ी, तो उन्होंने पेटा को फ्रॉड करार देते हुए इसे चैरिटेबल कंपनी बता दिया । उन्होंने लिखा है कि चैरिटेबल होने की आड़ में ये एंटी हिंदू और एंटी इंडिया के तौर पर काम कर रहा है । इतना ही नहीं, रिटायर्ड आईपीएस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए पेटा का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग की है । इस मामले में लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं ।