अगर आप अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो अपनी जीवनशैली में कुछ स्वस्थ आदतों को शामिल करें। ऐसी ही एक स्वस्थ आदत है सुबह उठकर पानी पीना। सुबह खाली पेट पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है। इससे शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। सुबह उठकर पानी पीना भी त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है।
जो लोग नियमित रूप से सुबह पानी पीते हैं उन्हें किडनी और पथरी की समस्या कम होती है। शरीर को स्वस्थ रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सुबह खाली पेट पानी पीने की आदत बनानी चाहिए। जानिए सुबह पानी पीने का सही नियम और कितना पानी पीना चाहिए।
सुबह खाली पेट पानी पीने के फायदे (benefits of drinking water on an empty stomach)
-शरीर की प्राकृतिक प्रणाली को सक्रिय करने के लिए सुबह उठकर पानी पीना फायदेमंद होता है; यह मेटाबोलिज्म को भी बढ़ाता है।
-पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है. यह शरीर को पोषक तत्वों को तोड़ने में मदद करता है।
-अगर आप सुबह खूब सारा पानी पीते हैं तो आपकी ऊर्जा का स्तर अच्छा रहता है और आप पूरे दिन ऊर्जावान महसूस करते हैं।
-गर्मियों में सुबह पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और रात भर पानी न पीने का लंबा अंतराल खत्म हो जाता है।
-सुबह खाली पेट पानी पीने से शरीर और मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है, जिससे मस्तिष्क अच्छे से काम करता है।
-शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भी सुबह पानी पीने की सलाह दी जाती है। इससे लीवर और किडनी पर कम दबाव पड़ता है.
-सुबह खाली पेट पानी पीना त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. इससे त्वचा चमकदार हो जाती है.
सुबह कितने गिलास पानी पीना चाहिए?
सुबह उठकर सबसे पहले अपने दांतों को ब्रश करें। अगर आपको बेड टी पीने की आदत है तो भी सबसे पहले पानी पीने की आदत बनाएं। सुबह उठकर आपको कम से कम 2-3 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। अगर आप शुरुआत में इतना पानी नहीं पी सकते तो 1 गिलास से शुरुआत करें।
धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 2 गिलास और फिर 3 गिलास कर लें। अगर आप सुबह गुनगुना या गर्म पानी पी रहे हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। गुनगुना पानी पाचन में सुधार करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।
गर्म पानी पाचन तंत्र को सक्रिय बनाता है। ध्यान रखें कि पानी पीने के आधे घंटे बाद ही कुछ और खाएं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों की Lokmat Hindi News पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।)