Pune Porsche car crash: महाराष्ट्र के पुणे पोर्श कार दुर्घटना को लेकर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया। पुणे शहर पुलिस ने शनिवार को उस नाबालिग लड़के के दादा को गिरफ्तार कर लिया। 19 मई को शहर में तेज गति से पोर्श कार चलाने और दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने पूर्वाह्न में मीडिया को बताया कि किशोर के पिता और दादा ने अपने परिवार के ड्राइवर को नकदी और उपहार की पेशकश की और बाद में उसे दुर्घटना का दोष कबूल करने को कहा।
किशोर के पिता पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं। एक अधिकारी ने पहले बताया था कि पुलिस ने परिवार के ड्राइवर को ‘‘गलत तरीके से बंधक बनाने’’ के आरोप में किशोर के दादा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अदालत में दादा की सात दिन की हिरासत मांगी।
किशोर के पिता विशाल अग्रवाल और दादा पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 365 (किसी व्यक्ति को गुप्त रूप से और गलत तरीके से कैद करने के इरादे से अपहरण करना) और 368 (गलत तरीके से छिपाना या कैद में रखना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पोर्शे कार चलाने के लिए नियुक्त व्यक्ति की शिकायत के बाद अपहरण और गलत तरीके से कैद करने का मामला दर्ज किया गया।
पुणे सिटी पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि ड्राइवर से कहा गया था कि अगर वह घटना का दोष अपने ऊपर लेगा तो उसे इनाम दिया जाएगा और नहीं मानने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई। शनिवार की सुबह यरवदा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट के अनुसार, 42 वर्षीय ड्राइवर ने कहा कि वह 19 मई और 20 मई की मध्यरात्रि को पुलिस स्टेशन से घर लौट रहा था, जब नाबालिग के दादा ने कथित तौर पर जबरदस्ती की। उसे बीएमडब्ल्यू कार में बैठाया।