आध्यात्मिक नगर बनारस 21 जनवरी से शुरू हो रहे तीन दिवसीय आयोजन ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ पर आने वाले अतिथियों की स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। 'काशी का आतिथ्य' विचार के तहत स्थानीय लोगों से भारतवंशी अतिथियों, आगंतुकों को ठहरने की सुविधा प्रदान करने का अनुरोध किया गया ताकि उन्हें ऐतिहासिक शहर बनारस के लोगों से रूबरू होने का मौका मिल सके।