आईआईटी-बीएचयू की छात्रा से छेड़छाड़ के तीन आरोपियों को भाजपा ने निष्कासित किया
By रुस्तम राणा | Published: December 31, 2023 08:41 PM2023-12-31T20:41:47+5:302023-12-31T20:52:49+5:30
आईआईटी-बीएचयू की छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में वाराणसी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपने तीन कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया।
वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आईआईटी-बीएचयू की छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में वाराणसी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद अपने तीन कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया, पार्टी के जिला प्रमुख हंसराज विश्वकर्मा ने रविवार को कहा। हालाँकि, उन्होंने उनके पद और पार्टी में भूमिका का खुलासा नहीं किया। यह कार्रवाई तब हुई जब विपक्ष ने भाजपा पर हमला करते हुए दावा किया कि आरोपी उसके कार्यकर्ता थे। पार्टी के फैसले के बारे में बोलते हुए, विश्वकर्मा ने कहा, "निश्चित रूप से उनका (आरोपी) नाम पुलिस जांच में सामने आया है जिसके बाद पार्टी (भाजपा) ने उन्हें निष्कासित कर दिया है।"
पकड़े गए आरोपियों की पहचान बृज एन्क्लेव कॉलोनी सुंदरपुर के कुणाल पांडेय, जिवधीपुर बजरडीहा के आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और बजरडीहा के सक्षम पटेल के रूप में हुई है। इनमें से 2 आरोपी भाजपा आईटी सेल से जुड़े हैं। कुणाल पांडेय, भाजपा आईटी सेल वाराणसी का महानगर संयोजक, जबकि सक्षम पटेल आईटी सेल का वाराणसी महानगर सह संयोजक है।
पुलिस ने शनिवार (30 दिसंबर) को देर रात चेकिंग के दौरान तीनों आरोपियों को बाइक के साथ पकड़ा। आरोपियों ने 1 नवंबर की आधी रात करीब 1.30 बजे आईआईटी-बीएचयू में दोस्त के साथ जा रही छात्रा से छेड़छाड़ किया था। इतना ही नहीं, गन पॉइंट पर छात्रा के कपड़े उतरवाकर वीडियो भी बनाए थे। इस घटना के बाद कई दिन तक कैंपस में स्टूडेंट्स ने विरोध-प्रदर्शन किया था।
पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था, 'मैं 1 नवंबर की रात 1:30 बजे अपने हॉस्टल से किसी जरूरी काम के लिए बाहर निकली थी। कैंपस के गांधी स्मृति चौराहे के पास मुझे मेरा दोस्त मिला। हम दोनों साथ में जा रहे थे कि रास्ते में कर्मन बाबा मंदिर से करीब 300 मीटर दूर पीछे से एक बुलेट आई। उस पर 3 लड़के सवार थे। उन लोगों ने बाइक खड़ी करके मुझे और मेरे दोस्त को रोक लिया।
इसके बाद उन लोगों ने हमें अलग कर दिया। मेरा मुंह दबाकर मुझे एक कोने में ले गए। वहां पहले मुझे किस किया, उसके बाद कपड़े उतरवाए। मेरा वीडियो बनाया और फोटो खींची। मैं जब बचाव के लिए चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। करीब 10-15 मिनट तक मुझे अपने कब्जे में रखा और फिर छोड़ दिया।