भारत में चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम रंग ला रही है। दो दिन में ही चीन घबरा गया है। चीन सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स कह रहा है कि भारत सरकार लोगों को समझाए कि वो चीन के सामान का बहिष्कार न करें। अखबार का कहना है कि सीमा विवाद को निवेश और व्यापार से सीधा जोड़ना ठीक नहीं है। कोविड-19 की अनिश्चितता के बीच दोनों देशों को विकास के मौके छोड़ने नहीं चाहिए।आपको बता दें कि 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना ने भारतीय जवानों पर कायराना हमला किया था। इस खूनी संघर्ष में एक कमांडिंग ऑफिसर समेत 20 जवान शहीद हो गए थे। इससे चीन के खिलाफ देश की जनता में आक्रोश है। विभिन्न स्थानों पर चीन के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं। इसमें आम जनता का भी समर्थन मिल रहा है। इस बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT-कैट) ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीएआईटी ने करीब 500 वस्तुओं की सूची भी तैयार की है, जिसे वो बॉयकॉट करने वाला है। सीएआईटी ने कहा कि उसका उद्देश्य दिसंबर 2021 तक चीनी तैयार माल के आयात को 13 बिलियन डॉलर यानि करीब 1 लाख करोड़ रुपये कम करना है।