नई दिल्ली: अमेरिका में इजरायल विरोधी प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। फिलिस्तीन समर्थकों ने सोमवार, 6 मई को विरोध प्रदर्शन के दौरान अमेरिकी ध्वज को जला दिया और प्रथम विश्व युद्ध के स्मारक में तोड़फोड़ की। ये प्रदर्शनकारी मेट गाला समारोह में जाने की कोशिश कर रहे थे। न्यूयॉर्क सिटी पुलिस ने 1000 लोगों की भीड़ को मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट तक पहुँचने से रोक दिया। यहीं मेट गाला कावा र्षिक कार्यक्रम आयोजित होता है। जब पुलिस ने उन्हें रोका तो झड़प हुई और इस दौरान भीड़ ने जम कर उत्पात मचाया।
यह घटना फिफ्थ एवेन्यू और ईस्ट 67 के नजदीक हुई। ये जगह मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट के बहुत करीब है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारी फैशन कार्यक्रम मेट गाला तक पहुंच के उसे नुकसान न पहुंचाएं, कार्यक्रम स्थल के पास बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी थी।
सोशल मीडिया पर कई ऐसी वीडियोज साझा की गई जिससे पता चलता है कि मेट गाला के पास कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया।
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने ग्रैंड आर्मी प्लाजा में जनरल विलियम टेकुमसेह शर्मन की कांस्य प्रतिमा को तोड़ दिया और प्रतिमा के आधार पर लाल अक्षर में "फ्री गाजा" लिख दिया। उन्होंने इसके सामने एक फिलिस्तीनी ध्वज भी लगाया था।
बता दें कि अमेरिका में विश्वविद्यालयों में भी फलस्तीन समर्थक इजराइल-हमास युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। देशभर के 46 विश्वविद्यालय परिसरों में 17 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। विरोध प्रदर्शनों के कारण कोलंबिया और यूसीएलए समेत कुछ विश्वविद्यालयों में कक्षाएं बाधित हुई हैं। मेरिका के विभिन्न कॉलेज परिसरों में हाल के दिनों में फलस्तीन समर्थकों के प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने 2300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। 18 अप्रैल से अमेरिका के 40 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में गिरफ्तारी की कम से कम 50 घटनाएं हुई हैं। कई जगहों पर पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा।