सोनू सूद (Sonu Sood) का नाम आज कौन नहीं जानता. कोरोना वायरस से डरकर जब लोग घरों में बैठे थे उस वक्त एक्टर सोनू सूद प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) की मदद के लिए सड़कों पर थे। महाराष्ट्र से प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के बाद उन्होंने सामाजिक कामों को रोका नहीं, जहां से भी मदद की गुहार लोगों ने लगाई, वहां उनकी मदद के लिए सोनू और उनकी टीम हाजिर रही। सोनू ने एक बार फिर से एक नेक काम किया है अभिनेता सोनू सूद ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह फिलीपींस के 39 बच्चों के यकृत प्रतिरोपण सर्जरी के लिए उनकी दिल्ली यात्रा की व्यवस्था करेंगे। अभिनेता ने लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में सहायता की थी। वह एक साल से पांच साल तक के 39 बच्चों के चिकित्सकीय उपचार के लिए उनके दिल्ली आने की व्यवस्था करेंगे। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार महामारी के कारण यकृत की बीमारी से पीड़ित फिलीपींस के कई गरीब बच्चे दिल्ली आने में असमर्थ हैं। सूद ने एक ट्वीट में कहा, “इनके जीवन को बचाने की जरूरत है। हम इन्हें अगले दो दिन में भारत लाएंगे। इन 39 फरिश्तों के लिए तैयारी कर रहा हूं। सोनू सूद के इस नेकी के काम के लिए लोग उनकी सोशल मीडिया पर काफी सराहना कर रहे हैं। हाल ही में एक स्टूडेंट ने ट्वीट कर कहा था- 'सर प्लीज मुझे यूपीएससी की किताबें खरीदने में मदद करें, मैं इन किताबों के बगैर तैयारी शुरू नहीं कर सकता। किताब दिलाने में मेरी मदद करें। छात्र की इस रिक्वेस्ट पर सोनू ने भी ट्वीट कर उससे उसका पता मांगा और कहा कि किताबें आपके दरवाजे तक पहुंच जाएंगी।