भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान चीनी सामानों के बहिष्कार की बातें खूब तेज हुईं। सोशल मीडिया में चीन की टीवी और अन्य सामान तोड़ने के वीडियो भी सामने आए। इस विवाद से पहले भी दीवाली के समय कई बार चीनी झालरों के बहिष्कार की बात सामने आती रही हैं। लेकिन इन सब बातों की पोल तब खुल जाती है जब किसी चीनी सामान की सेल लगती है।
रेडमी स्टॉक खत्म24 जून को भारत में रेडमी के नोट 9 प्रो मैक्स की सेल थी और 50 सेकेंड में ही इसके सारे फोन बिक गए। यह फोन 50 सेकेंड के भीतर आउट ऑफ स्टॉक हो गया। शाओमी इंडिया के एमडी मनु कुमार जैन ने ट्वीट कर लोगों के प्यार और सपोर्ट के लिए बधाई भी दी। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया कि 50 सेकेंड में उनके फोन्स ऑउट ऑफ स्टॉक हो गए।
वनप्लस स्टॉक खत्मइससे पहले 18 जून को अमेजन पर वनप्लस प्रो 8 की सेल थी। 54,999 रुपये की कीमत वाले इस फोन की सेल शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में इसका स्टॉक खत्म हो गया।
दरअसल वनप्लस भारतीय बाजार में सैमसंग और एपल जैसी कंपनियों के प्रीमियम स्मार्टफोन का कम कीमत में बेहतरीन विकल्प के तौर पर देखा जाता है। वहीं रेडमी, रियलमी, शाओमी ब्रांड के चाइनीच कंपनियों के स्मार्टफोन्स की बजट रेंज के फोन सेगमेंट में जबरदस्त पकड़ है।
चीन विरोध सबसे तेजकाउंटरपॉइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक मई-जून 2020 के दौरान 7 देशों में किए गए सर्वे भारतीय ग्राहकों में चीन विरोधी की भावना सबसे ज्यादा थी।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक मोबाइल सेल में दिखने वाली तेजी से एक बात साफ है कि भारतीयों को सस्ते प्रॉडक्ट से दूर रखना मुश्किल है। देश में अभी भी टॉप 5 स्मार्टफोन कंपनियों में 4 चीनी कंपनियां हैं। इसमें शाओमी, वीवो, रियलमी और ओप्पो शामिल हैं।
इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) के अनुसार मार्च 2020 की तिमाही में भारत द्वारा आयात किए गए कुल फोन्स में से 76 परसेंट चीनी कंपनियों के हैं। वहीं दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग का शिपमेंट 15.6 प्रतिशत है।