लाइव न्यूज़ :

नासा का 'परसेवरेंस' रोवर, लाल ग्रह पर तलाशेगा प्राचीन जीवन के सबूत, जानिए खासियत, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 31, 2020 2:43 PM

Open in App
1 / 12
मंगल ग्रह की चट्टान को पहली बार धरती पर लाकर किसी प्राचीन जीवन के प्रमाण की जांच के लिए उसका विश्लेषण करने के वास्ते अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अब तक का सबसे बड़ा और जटिल रोवर बृहस्पतिवार को प्रक्षेपित किया।
2 / 12
लंबे समय तक चलने वाली इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत कार के आकार का रोवर बनाया गया है जो कैमरा, माइक्रोफोन, ड्रिल और लेजर से युक्त है।
3 / 12
नासा का ‘परसेवेरेन्स’ नामक रोवर, शक्तिशाली एटलस-5 राकेट पर सवार होकर मंगल की यात्रा पर सुबह निकल पड़ा। चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने भी पिछले सप्ताह मंगल पर पहुंचने के लिए अपने रोवर भेजे हैं।
4 / 12
उम्मीद है कि तीनों देशों के रोवर सात महीने और 48 करोड़ किलोमीटर की यात्रा करने के बाद अगले साल फरवरी तक लाल ग्रह पर पहुंच जाएंगे।
5 / 12
प्लूटोनियम की शक्ति से संचालित, छह पहियों वाला रोवर मंगल की सतह पर छेद कर चट्टानों के सूक्ष्म नमूने एकत्र करेगा जिन्हें संभवतः 2031 में धरती पर लाया जाएगा।
6 / 12
इस कवायद में और देशों के शामिल होने की भी उम्मीद है। रोवर की कुल लागत आठ अरब अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है।
7 / 12
इस अभियान से मंगल पर जीवन के प्रमाण खोजने के अलावा लाल ग्रह के बारे में बहुत सी जानकारी प्राप्त होगी जिससे 2030 के दशक तक मानव अभियान के लिए मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है।
8 / 12
यान के प्रक्षेपण से कुछ देर पहले नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेन्स्टीन ने कहा, “हमने इस रोबोट (रोवर) का नाम परसेवेरेन्स किसी कारण से रखा है। क्योंकि मंगल पर जाना बहुत कठिन है।” अंग्रेजी शब्द ‘परसेवेरेंस’ का अर्थ है दृढ़ता या संकल्पित होकर किसी कार्य को करना।
9 / 12
ब्रिडेन्स्टीन ने कहा, “यह हमेशा कठिन रहा है। यह कभी सरल नहीं रहा। महामारी के बीच यह और भी कठिन कार्य था।” विश्वभर से मंगल पर जाने वाले आधे से अधिक अभियान में यान या तो जल गए हैं या टकरा कर बर्बाद हो गए।
10 / 12
अमेरिका अकेला देश है जिसने मंगल पर एकदम सुरक्षित तरीके से अंतरिक्ष यान उतारने में सफलता पाई है। इस बार भेजा गया रोवर अमेरिका का नौवां अभियान है और नासा को उम्मीद है कि वह सुरक्षित उतर जाएगा।
11 / 12
यदि सब कुछ ठीक रहा तो रोवर मंगल पर 18 फरवरी 2021 को उतरेगा। रोवर में 25 कैमरे और दो माइक्रोफोन हैं। परसेवरेंस जेजेरो क्रेटर पर जाकर जीवन के प्रमाण तलाश करेगा।
12 / 12
माना जाता है कि इस स्थान की चट्टानों पर सूक्ष्म जीवों के अवशेष हैं और वहां तीन अरब साल पहले एक झील थी। रोवर, टाइटेनियम के ट्यूब में चट्टान के 15 ग्राम नमूने एकत्र करेगा। वह एक नन्हा हेलीकाप्टर भी छोड़ेगा जो किसी दूसरे ग्रह पर उड़ान भरने का पहला प्रयास होगा। 
टॅग्स :नासाअमेरिकाडोनाल्ड ट्रम्पचंद्रमाइसरोवाशिंगटन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतINSAT-3DS Mission: वाह, सुपर तस्वीरें, इनसैट-3डीएस ने किया कमाल, ‘6-चैनल इमेजर और 19-चैनल साउंडर’ द्वारा ली गईं तस्वीरें जारी, देखें

विश्वInternational Women's Day 2024: राष्ट्रीय चार्टर में गर्भपात अधिकार को शामिल करने वाला पहला देश फ्रांस, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मजबूत संदेश दिया

कारोबारमहिला दिवस पर अमेजन का 500 छात्राओं को तोहफा, शुरू होगा '#SheIsAmazon' कैंपेन, जानें यहां सब कुछ

विश्वUS elections 2024: 15 राज्यों में जीते बाइडन और ट्रंप, एक बार फिर से आमना-सामना, भारतीय-अमेरिकी निक्की हेली पर अपनी दावेदारी को छोड़ने का दबाव बढ़ा

विश्वTwitter Elon Musk: 12.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर बकाये का भुगतान नहीं किया, ट्विटर के पूर्व सीईओ अग्रवाल और मुख्य कानूनी अधिकारी गड्डे ने मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर किया

विश्व अधिक खबरें

विश्वऑस्ट्रेलिया में हैदराबाद की रहने वाली महिला की हुई 'हत्या', पति शक के घेरे में, जानिए पूरा मामला

विश्वPakistan: आसिफ अली जरदारी ने पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के रूप में ली शपथ

विश्वNigeria horror News: 48 घंटे में 315 बच्चे अगवा, छात्रावास में सो रहे मासूम पर जुल्म, नाइजीरिया में बंदूकधारियों ने मचा दिया कोहराम, अब तक 1400 बच्चे बने शिकार

विश्वभारत, EFTA ने मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर, अगले 15 साल में 100 अरब डॉलर का निवेश मुमकिन

विश्वIsrael–Hamas war: गाजा को दो भागों में बांटने के लिए इजरायल ने बनाई सड़क! उत्तरी गाजा में पूर्व से पश्चिम तक आईडीएफ ने किया निर्माण