नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा की चुनावी लड़ाई में सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि देश में निर्विरोध चुनाव असामान्य नहीं हैं, अतीत में कई बार कांग्रेस के उम्मीदवार भी निर्विरोध जीते हैं।
समाचार पत्र 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के भाजपा में शामिल होने पर कहा, ''उन्होंने ऐसे उम्मीदवारों को टिकट क्यों दिया? हमने कभी उनसे संपर्क नहीं किया। अगर कोई हमारे पास आता है और कहता है 'मैं आपका समर्थन करना चाहता हूं', तो क्या हमें 'नहीं' कह देना चाहिए?"
राजनाथ सिंह ने यह टिप्पणी इंदौर में कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के भाजपा में शामिल होने पर कहा, जिन्होंने 29 अप्रैल को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख पर अपना नाम वापस ले लिया था और भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे।
इंदौर के उस घटनाक्रम से ठीक एक सप्ताह पहले गुजरात के सूरत में भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल को कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन खारिज होने और अन्य उम्मीदवारों के चुनाव से बाहर हो जाने के बाद निर्विरोध विजेता घोषित किया गया था।
इन सारे मुद्दे पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “कांग्रेस के उम्मीदवारों को इस बात का एहसास हो गया होगा कि मोदी सरकार अच्छा कर रही है और वे चुनाव नहीं जीत सकते हैं। उम्मीदवार को अपने पक्ष में रखना कांग्रेस की जिम्मेदारी थी, हमारी नहीं।”
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणियों के विवाद पर खुलकर बात की, जिसमें पीएम मोदी ने अपने भाषणों में मुसलमानों के लिए "जिनके अधिक बच्चे हैं," "अवैध अप्रवासी" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं का मंगल सूत्र भी छीन लेगी और मुसलमानों को दे देगी।
राजनाथ सिंह ने कहा, “पीएम मोदी की कही बातों का संदर्भ समझने की कोशिश करें। सैम पित्रोदा ने इनहेरिटेंस टैक्स के बारे में बात की। आप बताइए, क्या इससे आर्थिक मंदी नहीं आएगी? इस तरह के बयान लोगों को संपत्ति बनाने से हतोत्साहित करेंगे। धन सृजन के प्रोत्साहनों को हतोत्साहित किया जाएगा। वेनेज़ुएला जैसे देश हैं, जो विरासत कर जैसी कर नीतियों के कारण आज आर्थिक रूप से पीड़ित हैं।”
उन्होंने मोदी के शब्दों की गलत व्याख्या करने के प्रति आगाह करते हुए कहा कि मंगल सूत्र का संदर्भ केवल जटिल मुद्दों को जनता के लिए समझने का प्रयास था। भाजपा नेता सिंह ने कहा, “मंगल सूत्र शब्द में बहुत अधिक पढ़ने की जरूरत नहीं है। वह लोगों को उस शब्द से समझाने की कोशिश कर रहे थे। जब आप सोने का संदर्भ लेना चाहेंगे तो यह एक ऐसा शब्द है, जिसे हर कोई समझ जाएगा। आखिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोगों की दौलत का सर्वे क्यों करना चाहते हैं?"
राजनाथ सिंह ने राजनीतिक मामलों में ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के संबंध में कहा कि ये एजेंसियां स्वतंत्र रूप से काम करती हैं और सरकार द्वारा इन्हें पूरी स्वायत्तता दी गई है।
उन्होंने कहा, “उन्हें पहले काम करने की अनुमति नहीं थी। उन्हें कभी भी वह स्वायत्तता नहीं मिली, जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। हमने उन्हें स्वायत्तता दी है। जरा यूपीए और एनडीए के कार्यकाल के दौरान कुर्क की गई संपत्तियों के मूल्य पर नजर डालें। यूपीए के समय में ईडी द्वारा कुर्क की गई संपत्ति का मूल्य केवल 5,086 करोड़ रुपये था, जबकि एनडीए के समय में यह 1.2 लाख करोड़ रुपये है। क्या हम देश का नुकसान कर रहे हैं या अच्छा कर रहे हैं?”