मैनपुरी:समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीते शनिवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के खिलाफ उनकी पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने ईवीएम के खिलाफ विरोध को समाजवादी पार्टी की "एक लंबी लड़ाई" बताया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सपा प्रमुख ने कहा, "अगर हम देखें तो भारत की तुलान में जर्मनी आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत देश है, जहां ईवीएम का उपयोग असंवैधानिक माना जाता है। हमने फैसला किया है कि हम भाजपा को ईवीएम का उपयोग करके हराएंगे और फिर हम इन ईवीएम मशीनों को चुनाव से हटा देंगे।"
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि अमेरिका, जापान और कई यूरोपीय देश ईवीएम पर कभी विचार नहीं करते हैं बल्कि वे चुनाव को केवल मतपत्र से कराने पर विचार करते हैं।यादव ने कहा, "मैनपुरी के लोगों ने सपा को भारी बहुमत से जिताने का मन बना लिया है क्योंकि भाजपा की कोई भी नीति लोगों तक नहीं पहुंची है। लोग उन्हें जवाब देने के लिए तैयार हैं।"
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इंडिया ब्लॉक में अपने सहयोगी दल कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाए जाने की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा था कि इस बार बात परिवार की नहीं है, पूरा परिवार संविधान की रक्षा के लिए मैदान में है।
मालूम हो कि कई दिनों की अटकलों के बाद राहुल गांधी ने गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल किया, जिसका प्रतिनिधित्व निवर्तमान लोकसभा में उनकी मां सोनिया गांधी ने किया था। पहले ऐसी अटकलें थीं कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की दो सीटों अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी, जो पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई हैं। लेकिम ऐसा नहीं हुआ।
रायबरेली से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर पीएम मोदी के बयान पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "दो लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले नेताओं के कई उदाहरण हैं। हमने भी दो लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ा है। दिवंगत नेताजी मुलायम सिंह यादव ने भी दो लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ा है। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी दो लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ा है। इसलिए यह कोई नई बात नहीं है, राहुल गांधी वायनाड और रायबरेली दोनों जगहों से रिकॉर्ड वोटों से जीतेंगे।”