नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। जहां भी भाजपा की सरकार है, वे शिक्षा क्षेत्र के लिए कुछ नहीं कर पा रहे हैं...उन राज्यों में भी जहां वे 15-20 साल से शासन कर रहे हैं। जब दिल्ली सरकार प्रदर्शन कर रही है तो वे सरकारी स्कूलों में लोगों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलने देने के लिए सब कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने उपराज्यपाल पर शिक्षकों के प्रशिक्षण को बाधित करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा, "कृपया इसमें भाजपा का समर्थन न करें।" सिसोदिया ने कहा, "आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से सरकारी स्कूलों में छात्रों को बेहतर सीखने में मदद करने के लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां तक कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) में भी शिक्षकों के प्रशिक्षण पर जोर दिया गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने आईआईएम को शामिल किया है...हमने अन्य देशों द्वारा अपनाई जा रही प्लेबुक से सीख ली है। लेकिन बीजेपी अपनी ओछी राजनीति से इसे भी रोकने की कोशिश कर रही है। हम सभी जानते हैं कि शिक्षा के मामले में फिनलैंड सबसे आगे है। हम अपने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को भी वहां भेज रहे हैं। दिसंबर में हमें 30 शिक्षकों को भेजना था...हमने फाइल एलजी साहब को अक्टूबर में भेजी थी।"
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने बताया कि एलजी सक्सेना ने अक्टूबर में सबसे पहले कुछ सवाल पूछे थे। सिसोदिया ने ये भी कहा, "जब हमने उनका जवाब दिया...अब, हमें लागत लाभ विश्लेषण करने के लिए कहा गया है। चल रही प्रक्रिया को रोकने का यह सबसे खराब तरीका है। आज एलजी साहब रोज साजिश करते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया भर में यात्रा करते हैं। क्या हम इसका लागत लाभ विश्लेषण कर सकते हैं?"
इस बात पर जोर देते हुए कि सरकारी स्कूल के छात्र प्रवेश परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने आगे कहा कि हमें शिक्षकों के लिए प्रतिस्पर्धी प्रशिक्षण सुनिश्चित करना होगा। अगर बीजेपी शिक्षा के मूल्य को नहीं समझती है तो क्या किया जा सकता है? आगामी विश्व आर्थिक मंच में जब मुख्यमंत्री अपने परिवारों के साथ जाएंगे तो क्या लागत लाभ विश्लेषण किया जा सकता है?
इसके अलावा ट्वीट करते हुए मनीष सिसोदिया ने लिखा, "फिनलैंड की शिक्षा व्यवस्था दुनिया में विख्यात है। यहां हमारे शिक्षकों को मिली ट्रेनिंग ने दिल्ली शिक्षा क्रांति मे अहम भूमिका निभाई है पर भाजपा इतना गिर गई है कि उपराज्यपाल के जरिए दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करना चाहती है। उपराज्यपाल साहब से अनुरोध है गरीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें।"
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे लिखा, "उपराज्यपाल साहब फिनलैंड में दिल्ली सरकार के टीचर्स की ट्रेनिंग में पहले देरी करते हैं, फिर इसे रोकने के लिए कहते है कि ट्रेनिंग का कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस कर लो। ये कैसा कुतर्क है? स्कूलों में आए परिवर्तन, बच्चों-अभिभावकों के बढ़ते आत्मविश्वास, शानदार रिजल्ट का क्या कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस होगा?"