दिल्ली के लक्ष्मीनगर में हार्डवेयर की ये दुकान 40 दिन बाद खुली है. हालांकि ग्राहक उतने ज्यादा नहीं है लेकिन उम्मीद है कि दुकान खुलेगी तो ग्राहक भी आएंगे. दुकानदार को राहत मिली कि लॉकडाउन का मुश्किल वक्त गुज़र रहा है.ऐसा ही हाल प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी है. दुकान खुली है तो कुछ कारोबार हुआ है. अग्रवाल स्टेशनरी मार्ट पर खरीददारी करने वाले आए हैं. मुंबई में कुछ दुकानें खुली तो लोग सब्जी-फल और घर का जरूरी सामान लेने के लिए बाहर निकले. आपको बता दे कि कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये देश भर में एक महीने से अधिक समय से लागू लॉकडाउन में छूट देते हुए संक्रमण से मुक्त इलाकों में गलियों में अलग चलने वाली खुदरा दुकानों को खोलने की छूट दे दी है. इनमें कपड़े, मोबाइल फोन, हार्डवेयर और स्टेशनरी जैसी दुकानें भी होंगी. हालांकि बड़े बाजार, मॉल आदि जहा लोगों ज्यादा जमा होते है वो तीन मई तक बंद रहेंगे. ग्रामीण इलाकों में शॉपिंग मॉल को छोड़कर सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई है. इनके अलावा माल, शराब, सिगरेट, गुटखा बेचने वाली दुकानों पर रोक जारी रहेग. ई कॉमर्स पर गैर-जरूरी सामान की बिक्री पर भी रोक बनाए रखने का निर्णय किया गया है. रेस्तरां, सैलून तथा नाई की दुकानें भी अभी नहीं खुल सकेंगी क्योंकि ये दुकानों के बजाय सेवाओं की श्रेणी में आते हैं. गृह मंत्रालय ने यह भी साफ किया है कि कोविड-19 हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट यानि ‘नियंत्रण’ वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह की दुकानें अभी नहीं खुलेंगी. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात जारी आदेश में यह ढील दी. इसे 24 मार्च से घरों में बंद लोगों के लिये राहत के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि मंत्रालय ने कहा है कि जिन दुकानों को ढील दी गयी है, उन्हें मास्क पहनने तथा लोगों के बीच आपस में सोशल डिस्टेंसिंग सहित सुरक्षा एवं बचाव के तमाम उपायों का पालन करना होगा. इन दुकानों 50 प्रतिशत कर्मचारी ही काम सकेंगे. अब तक पूर देश में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की 18668 है और 775 लोगों की मौत हो चुकी है. 5062 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.