लाइव न्यूज़ :

भगवान जगन्नाथ की 9 दिवसीय रथयात्रा शुरू, लाखों की संख्या में आए श्रद्धालु, देखें तस्वीरें

By संदीप दाहिमा | Published: July 01, 2022 5:25 PM

Open in App
1 / 6
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के अलावा चक्रराज सुदर्शन के विशालकाय रथों के साथ शुक्रवार को नौ दिवसीय रथयात्रा उत्सव आरंभ हो गया। इस दौरान लाखों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ने ‘जय जगन्नाथ’ और ‘हरिबोल’ का उद्घोष किया। घंटे, ढोल, मंजीरे और नगाड़ों की ध्वनि से आकाश गूंज उठा तथा सिंहद्वार के आसपास एकत्र हुए देशभर से आए श्रद्धालुओं ने रथों पर सवार देव प्रतिमाओं के दर्शन किये। (फोटो क्रेडिट - ANI)
2 / 6
गौरतलब है कि गत दो साल महामारी के दौरान रथयात्रा उत्सव का आयोजन नहीं हो सका था। रथयात्रा के आयोजन के लिए जिला प्रशासन और ओडिशा पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर इस पर्व का आयोजन किया जाता है जिसमें भगवान जगन्नाथ और उनके भाई तथा बहन गुंडिचा मंदिर में नौ दिन के लिए ठहरते हैं। (फोटो क्रेडिट - ANI)
3 / 6
भगवान विष्णु को समर्पित 12वीं शताब्दी के मंदिर में तय समय से पहले सभी अनुष्ठान किये गए और इस दौरान सेवादारों के बीच उत्साह देखा गया। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि देव प्रतिमाओं को गर्भगृह से रथ तक ले जाने का अनुष्ठान ‘पहंडी’ सुबह साढ़े नौ बजे होना था लेकिन वह सात बजे ही शुरू हो गया। (फोटो क्रेडिट - ANI)
4 / 6
उन्होंने बताया कि मंगला आरती, अवकाश, शाकला धूप और मंगलार्पण भी तय समय से पहले किया गया। पहले ‘बड़ा ठाकुर’ या भगवान बलभद्र को गर्भगृह से बाहर लाया गया, इसके बाद देवी सुभद्रा फिर भगवान सुदर्शन और उसके बाद भगवान जगन्नाथ को धड़ी पहंडी के तहत रथों पर आसीन किया गया। (फोटो क्रेडिट - ANI)
5 / 6
सभी देव प्रतिमाओं की पहंडी की प्रक्रिया सुबह नौ बजे तक पूरी हुई। देव प्रतिमाओं को उनके रथों- तालध्वज, दर्पदलन और नंदीघोष पर तय समय से पहले ही आसीन किया गया। (फोटो क्रेडिट - ANI)
6 / 6
परंपरा के अनुसार, पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने अपने कुछ शिष्यों के साथ रथों पर देव प्रतिमाओं के दर्शन किये। इसके बाद पुरी के ‘राजा’ गजपति महाराजा दिव्यसिंह देव ने सोने की झाड़ू से रथों का मार्ग साफ करने की रस्म अदा की, जिसके बाद रथों को खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ओडिशा के राज्यपाल गनेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने लोगों को रथयात्रा उत्सव की शुभकामनाएं दीं। (फोटो क्रेडिट - ANI)
टॅग्स :जगन्नाथ पुरी रथ यात्राओड़िसाहिंदू त्योहार
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठMakar Sankranti 2024: 14 या 15 जनवरी कब है मकर संक्रांति, जानें सही तारीख और मुहूर्त

क्राइम अलर्टRoad Accident: असम, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और मप्र में सड़क दुर्घटना, 19 लोगों की मौत और 40 घायल, पीएम मोदी ने शोक जताया, मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की घोषणा

पूजा पाठJanuary 2024 Vrat Tyohar List: लोहड़ी से लेकर मकर संक्रांति तक जनवरी में पड़ रहे ये त्योहार, जानें यहां

क्राइम अलर्टVisakhapatnam Crime News: 17 दिसंबर को ओडिशा से नाबालिग को जन्मदिन मनाने के बहाने झारखंड ले जाकर किया दुष्कर्म, पीड़िता विशाखापत्तनम भागी, दूसरे ने 11 के साथ किया सामूहिक रेप

पूजा पाठजगन्नाथ मंदिर में फटी जींस, स्कर्ट, निकर पहनकर प्रवेश पर रोक, नए साल में लागू हुए नए नियम

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 January: आज इन 4 राशिवालों को धन मिलने से उनका आर्थिक पक्ष होगा मजबूत

पूजा पाठआज का पंचांग 05 जनवरी 2024: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठआज का पंचांग 04 जनवरी 2024: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठGrahan 2024: कब लगेगा नए साल में ग्रहण, जानें समय और सूतक काल, 2024 में 4 ग्रहण, क्या भारत में दिखेगा, आखिर क्या हो सकता है असर

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 January: ग्रह-नक्षत्र के संकेत, आज आर्थिक फैसले लेते समय रहें सावधान