Coronavirus: घर पर ऐसे करें कोरोना संक्रमित मरीज की देखभाल, अपनाएं ये 6 आसान उपाय By संदीप दाहिमा | Published: June 11, 2020 6:17 AMOpen in App1 / 7पेशेंट इन्फो के अनुसार, अब तक आपको पता चल गया होगा कि कोरोना के लक्षणों में बुखार (37.8 ° C) या त्वचा के ऊपर का तापमान जो छूने में गर्म लगता है, लगातार खांसी होना, सांस की तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई, थकान, सिर दर्द, गले में खराश और दर्द होना आदि शामिल हैं। अगर आपको यह लक्षण महसूस होते हैं तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।2 / 7यदि आप बुखार या एक नई लगातार खांसी का अनुभव करते हैं, तो आपको तुरंत स्वयं को अलग करना चाहिए। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि हल्की बीमारी का अनुभव करने वालों को चिकित्सा की आवश्यकता नहीं होती है। वो घर में अलग रहकर कुछ उपायों के जरिये खुद का इलाज कर सकते हैं। 3 / 7तरल पदार्थ का खूब सेवन करें। पर्याप्त पानी पियें ताकि आपका पेशाब पीला और साफ रंग का हो। शराब से बचें क्योंकि यह आपको अधिक निर्जलित बना देगा। खूब आराम करें। अगर आपको कोरोनो वायरस के कोई लक्षण हैं और आप अस्वस्थ हैं, तो किसी भी कड़ी गतिविधि से बचने के लिए आपको घर पर खुद को अलग करना चाहिए। अपने कुछ लक्षणों के इलाज के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग करें।4 / 7वर्तमान में कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है या इसका कोई टीका नहीं है। उपचार का उद्देश्य लक्षणों को प्रबंधित करना और कम करना है जब तक आप ठीक नहीं हो जाते। अधिकांश लगभग 80% लोगों को हल्का संक्रमण होता है जिसका इलाज घर पर किया जा सकता है। इस मामले में, आपको कम से कम एक सप्ताह के लिए खुद को अलग कर लेना चाहिए, जब तक आप स्वस्थ महसूस नहीं करते, अधिकांश वायरल संक्रमणों के लिए, जिनमें फ्लू और सामान्य सर्दी शामिल हैं, पेरासिटामोल और एनएसएआईडी (नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं) जैसे इबुप्रोफेन दी जाती हैं। कोरोना के लक्षणों जैसे कि बुखार और सिरदर्द आदि के लिए पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन ली जा सकती है। ध्यान रहे कि बेवजह इन दवाओं के इस्तेमाल से बचें और अगर कोई शंका है तो डॉक्टर से सलाह लें। 5 / 7अगर आपके घर में एंटीबायोटिक दवाएं पड़ी हैं, तो उन्हें कोरोना वायरस के इलाज के लिए न लें। यह एक वायरस है और एंटीबायोटिक दवाओं से इसमें सुधार नहीं होगा। आपको कभी भी एंटीबायोटिक नहीं लेना चाहिए जो एक निश्चित स्थिति के लिए निर्धारित नहीं किया गया है।6 / 7कोरोना से निपटने के लिए कई आयुर्वेदिक और घरेलू उपचारों को असरदार माना जा रहा है। आयुष मंत्रालय ने भी हल्दी, अदरक, लहसुन और दालचीनी जैसी करीब दस चीजों को कारगर बताया है। आप इन चीजों को काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा रोजाना गर्म पानी पीना और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने पर भी जोर दिया गया है ताकि इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाया जा सके।7 / 7यदि आपकी बीमारी बिगड़ रही है या सात दिनों के बाद भी आपके लक्षणों में सुधार नहीं हुआ है, तो आपको जल्द से जल्द चिकित्सा की तलाश करनी चाहिए। अगर आपके लक्षण गंभीर है तो आपको तुरंत अस्पताल जाना चाहिए और कोरोना की जांच करानी चाहिए। और पढ़ें Subscribe to Notifications