Tripura Election 2023: त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा विधायक माणिक सरकार को इस बार टिकट नहीं दिया गया है। सीपीआई (एम) ने आगामी त्रिपुरा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की है। त्रिपुरा में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन हुआ है।
त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता माणिक सरकार कई साल तक राज्य के सीएम रह चुके हैं। त्रिपुरा में कुल 3,328 मतदान केंद्रों में से 1,100 को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा गया है। एक वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि 28 मतदान केंद्रों की पहचान 'सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण' के रूप में की गई है, जहां पिछले चुनाव के दौरान एक उम्मीदवार को 70 फीसदी से अधिक वोट मिले थे। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गित्ते किरणकुमार दिनाकराव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों और 2019 के लोकसभा चुनावों की जानकारी के आधार पर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के आधार पर 1,100 मतदान केंद्रों को 'संवेदनशील' और 28 को 'सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण' के रूप में चिन्हित किया गया है।
किसी भी मतदान केंद्रों को 'अतिसंवेदनशील' के रूप में चिह्नित नहीं किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्र ने अर्धसैनिक बलों की लगभग 200 कंपनियों को पहले ही राज्य में भेज दिया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव मशीनरी 18 दिसंबर से 25 जनवरी तक कई अप्रिय घटनाओं को रोकने में सक्षम रही है तथा इस दौरान हिंसक घटनाओं में गिरावट दर्ज की गयी है। गित्ते किरणकुमार दिनाकराव ने कहा, ‘‘ आयोग को अब तक 'सी-विजिल ऐप' के माध्यम से लगभग 600 शिकायतें मिली हैं और इनमें से 480 पर कार्रवाई की गई है, जबकि कुछ शिकायतों को अधिकारियों ने हटा दिया था। ’’
उन्होंने कहा कि तीन विशेष पर्यवेक्षकों- योगेंद्र त्रिपाठी, विवेक जौहरी और बी. मुरली कुमार ने 16 फरवरी को होने वाले चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए चुनाव अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।