तापी:गुजरात के तापी जिले की व्यारा तहसील के मिंधोला नदी पर बना पुल ढह गया। बुधवार को पुल ढहने के साथ ही ये करीब 15 गांवों को प्रभावित करेगा।
15 गांवों के प्रभावित होने के कारण लोगों को काफी समस्या आने वाली है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त कोई वहां था नहीं जिससे किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इस घटना पर कार्यपालक इंजीनियर नीरव राठौड़ ने कहा कि पुल का निर्माण कार्य 2021 में शुरू हुआ था। जिस पर 2 करोड़ रुपये की लागत आई थी। विशेषज्ञों से जांच कराकर पुल के गिरने के कारणों का पता लगाया जाएगा।
गौरतलब है कि पुल का 95 फीसजी काम पूरा हो गया था। मगर निर्माण कार्य के पूरे होने से पहले ही पुल गिर गया। पुल ढहने के बाद ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।
जानकारी के मुताबिक ये पुल व्यारा तहसील के मायपुर और देगामा गांव को जोड़ने वाली सड़क पर मिंधोला नदी पर बना पुल था जिसके टूटने से दर्जन भर से अधिक गांव प्रभावित होंगे।
गौरतलब है कि इस पुल के गिरने पर बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है। स्थानीय लोगों मे ठेकेदार पर निर्माण के दौरान घटिया सामान का उपयोग करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि इससे पहले बिहार के भागलपुर में पुल ढहने की घटना सामने आई थी। गंगा नदी पर बना ये पुल 1,717 करोड़ रुपये की लागत से बना था और ये पहली घटना नहीं बल्कि यही पुल दो बार गिर चुका है।
इस घटना से साफ है कि इस पुल निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। इसे लेकर बिहार में राजनीति भी खूब गरमाई। साल 2014 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास भी किया था। इस हादसे के बाद पुल निर्माण निगम से रिपोर्ट मांगी गई थी।