केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों की सलाह को अनसुना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 70 दिनों के सख्त लॉकडाउन को अन्लॉक का निर्णय लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों ने उन्हें लॉकडाउन में ढील के दुष्परिणामों से अवगत करवाया था. चाहे वह 'पीएम टास्क फोर्स' के अध्यक्ष डॉ वी.के.पॉल हो या एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया या फिर स्वास्थ्य मंत्रालय, कोई भी किसी किस्म की छूट देने के पक्ष में नहीं था. पीएम को बताया गया था कि अगर 30 जून से पहले लॉकडाउन में ढील दी गई तो जुलाई अंत से अगस्त के दरम्यान भारत में कोविड-19 के मरीज़ों का आंकड़ा 75 लाख तक जा सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री ने अपने उन सहयोगियों की बात मानी जो धीरे- धीरे लॉकडाउन खोलने के लिए कह रहे थे.