Pilibhit seat 2024: बासुरी शहर में रोजगार की तान छेड़ गए अखिलेश यादव, पीलीभीत के नाम से पीला पड़ जाता है भाजपा नेताओं का चेहरा
By राजेंद्र कुमार | Published: April 12, 2024 06:59 PM2024-04-12T18:59:58+5:302024-04-12T19:01:22+5:30
Pilibhit seat 2024: अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग किसानों को बड़े कारोबारियों का गुलाम बनाने के लिए तीन काले कानून लाए थे.
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Pilibhit seat 2024: गोमती नदी के उद्गम स्थल और बांसुरी वाले शहर पीलीभीत में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की पहली चुनावी रैली में उन्हें सुनने के लिए हजारों की तादाद में लोग पहुंचे. इनमें ज्यादातर किसान थे. अपनी रैली में किसानों को पहुंचा देखकर अखिलेश यादव ने किसानों के आंदोलन का जिक्र का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उनके नेताओं पर जमकर हमला बोला. अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग किसानों को बड़े कारोबारियों का गुलाम बनाने के लिए तीन काले कानून लाए थे. किसानों के आंदोलन के घबराकर पीएम नरेंद्र मोदी ने यह कानून वापस लिए.
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की जनसभा: पूरनपुर, पीलीभीत।https://t.co/4GN859pwWB
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"पीलीभीत का नाम सुनते ही भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं का चेहरा पीला हो जा रहा है।"
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-माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, पीलीभीत pic.twitter.com/y19wcPDX2F
लेकिन अभी तक किसानों की मांगों को उन्होंने माना नहीं है. यही नहीं केंद्र सरकार की खराब नीतियों के कारण बढ़ रही बेरोजगारी को खत्म करने के लिए भी पीएम मोदी ने यहां हुई अपनी रैली में एक शब्द भी नहीं वोला. यही नहीं किसानों और रोजगार की बात करने वाली पीलीभीत के पूर्व सांसद को भी भाजपा ने पीएम मोदी की रैली में बुलाया नहीं.
पीलीभीत के पूरनपुर में हुई चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने जब यह कहा तो वहां मौजूद किसान और युवाओं ने अखिलेश तुम डटे रहो हम तुम्हारे साथ हैं के नारे लगाकर भाजपा के खिलाफ अपनी नाराजगी को जता दिया. यह देख सुन अखिलेश यादव भी जोश में आ गए और उन्होंने कहा कि पीलीभीत में बड़े-बड़े नेता आ चुके हैं, अखिलेश का इशारा पीएम मोदी की तरफ था.
पीलीभीत लोकसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी श्री भगवत सरन गंगवार जी के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी पूरनपुर, पीलीभीत पहुंचे। pic.twitter.com/Bmu4Nl4lXL
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बीते दिनों ही वह योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को जीताने की अपील करने आए थे. उनकी रैली जिक्र ना करते हुए अखिलेश ने कहा कि इस वक्त दिल्ली और लखनऊ के भाजपा नेता घबराए हुए हैं, पीलीभीत का नाम सुनते ही उनका चेहरा पीला हो जा रहा है. यह इसलिए हो रहा है, क्योंकि यहां की जनता ने इस बार मन बना लिया है कि वह इस बार पीलीभीत से भाजपा को जीतने नहीं देगी.
यहां के किसान और नौजवान इस बार पीलीभीत से सपा को ऐतिहासिक वोटों से जिता कर भेजना चाहतें हैं. यह दावा करते हुए अखिलेश ने पीलीभीत में किसानों पर गृह राज्य मंत्री के बेटे द्वारा किसानों को थार से रौदें जाने का जिक्र किया. उन्होने कहा जो किसानों पर थार चढ़ा रहे हैं, उन्हें सरकार ने सम्मान दिया गया. और उन्होने वरुण गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो किसान आंदोलन की बात कर रहे थे, उन्हें मंच पर जगह भी नहीं मिल रही है.
केंद्र सरकार और जितिन पर कसा तंज
यह कहते हुए अखिलेश ने योगी सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद क जिक्र किया. उन्होंने कहा जितिन प्रसाद कह रहे हैं कि हमें पहले पता होता है यहां से चुनाव लड़ना है तो वह पीलीभीत को बंबई बना देते. हम कहते हैं कि इसको बंबई मत बनाओ. बंबई अर्थव्यवस्था की राजधानी है. वहां नाचा-गाना भी होता है. भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद कई दल घूम आए हैं.
इनका मामला सेट हो जाता है, तो दूसरे दल में भी चले जाते हैं. इन्होंने सड़क मंत्री बनते ही घोटाला किया है. उनकी देखरेख में 40 हजार करोड़ से ज्यादा पैसा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में खर्च किया गया, लेकिन कहीं गड्ढे भर नहीं, अभी भी सड़के गट्ठा मुक्त नहीं हुई. यह दावा करते हुए अखिलेश ने महंगाई का जिक्र किया और कहा कि जब से यह दिल्ली वाले आए हैं, महंगाई बढ़ाई है.
फिर भी यह सरकार महंगाई कम नहीं कर रही है. जब महंगाई रोकनी थी, तब उन्होंने चंदा वसूलने का काम किया. और अब भाजपा के लोगों भ्रष्टाचार बढ़ाने का काम कर रहे हैं. इलेक्टोरल बांड के जरिए वसूली जा रही है. जिस कंपनी का कोई कारोबार नहीं है, उस कंपनी से सरकार ने पैसा वसूला है. इलेक्टोरल बांड से काले को सफेद कर दिया. नोटबंदी में भी यही काम किया. इस सरकार ने जितना पैसा वसूला है, उसकी वजह से ही महंगाई है. जिन उद्योगपतियों से पैसा वसूला है, अब वो मुनाफा कमा रहे हैं.